एमपी समेत 11 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर NIA और ED ने मारा छापा, 106 लोगों को लिया हिरासत में
इंदौर। दिल्ली एनआईए और ईडी की टीम ने देशभर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कई ठिकानों पर गुरुवार तड़के एक साथ छापामार कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि 11 राज्यों में पीएफआई के अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारकर टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से 106 से अधिक सदस्यों को हिरासत में लिया है। मध्यप्रदेश के इंदौर-उज्जैन से पीएफआई के 4 बड़े नेताओं को हिरासत में लिया गया है, जिन्हें पूर्व में संदिग्ध गतिविधियों के चलते जिला बदर किया गया था।
बताया जा रहा है कि देश भर में तेजी से बढ़ रहे पीएफआई के नेटवर्क को लेकर अब इंटेलिजेंस अलर्ट मोड पर आ गई है। वह लगातार इस संगठन की गतिविधियों पर नजर रख रही है। संभावना जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश में पीएफआई के 650 से ज्यादा सक्रिय सदस्य हैं। गुरुवार सुबह एनआईए की 200 सदस्यीय टीम ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र, बिहार, पांडिचेरी और राजस्थान में एक साथ छापा मारा।

106 लोगों को हिरासत में लेकर शुरू की पूछताछ
बताया जा रहा है कि अब तक एनआईए और ईडी की टीम ने 11 राज्यों में छापा मारकर पीएफआई के 106 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इसमें दिल्ली से 3, कार्नाटक से 20, केरल से 22, महाराष्ट्र से 20, यूपी से 4, एमपी से 8, असम से 9, आंध्र परदेश से 5, राजस्थान से 2, तमिलनाडु से 10 और पुडिचेरी से 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
इंदौर-उज्जैन से पीएफआई के 4 बड़े नेता पकड़ाए
टेरर फंडिंग के आरोप में मध्य प्रदेश से 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसमें इंदौर से 3 और उज्जैन से 1 पीएफआई पदाधिकारी को हिरासत में लिया गया है। इसमें पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम बेकरी वाला, जाहिद पठान, अब्दुल राउफ और अब्दुल जावेद भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि साल भर पहले मुस्लिम युवाओं को भड़काने के आरोप में इंदौर से अब्दुल रऊफ को जिला बदर और जाहिद पठान पर रासुका की कार्रवाई की गई थी। तेजी से फैल रहे पीएफआई के नेटवर्क को देखते हुए अब इस पर बैन लगाने पर भी सरकार विचार कर रही है।