मप्र कांग्रेस के प्रवक्ता को हटाया! पत्र वायरल होते ही खेमेबाजी शुरू हुई
भोपाल- पक्ष विपक्ष की मुद्दों को लेकर लड़ाई आपने खूब सुनी होगी पर अब लड़ाई तो विपक्ष यानी कांग्रेस के अंदरखाने में मची दिखाई दे रही हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं मप्र पीसीसी में मचे घमासान की। खेमेबाजी के चलते कांग्रेस के मीडिया विभाग में आपसी गुटबाजी साफ देखी जा रही हैं। आखिर हुआ यूं कि कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने अपनी टीम में से प्रवक्ता अभिनव वरोलिया को निकाल दिया, पर निकालने वाला पत्र वायरल होने में एक माह लग गया। अभी तक सब शांत था पर सोमवार की रात मीडिया में यह पत्र वायरल होने पर खेमेबाजी खुलकर शुरू हो गईं एक तरफ खुद कांग्रेस नेता अभिनव वरोलिया को सामने आकर सफाई देनी पड़ी। तो मीडिया विभाग के दूसरे खेमे ने एक मैसेज वायरल करके अभिनव वरोलिया को प्रवक्ता बने होने की सूचना जाहिर करना पड़ी। इस विषय को लेकर कांग्रेस नेताओं का साफ कहना हैं कि अभिनव वरोलिया प्रवक्ता हैं या नही। इसकी अधिकृत जानकारी आना शेष हैं।
हालांकि अभी तक मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा की इस पत्र को लेकर कोई सफाई नही आई हैं पर इस बात से खेमेबाजी का खेल जरूर उजागर हो गया। अब कमलनाथ जब भी भोपाल वापसी करेंगे तो खेमेबाजी पर क्या कार्यवाही करते हैं ये तो आने वाला समय बताएगा पर भाजपा को बैठे बिठाए मुद्दा जरूर मिल गया हैं।
जब पत्र वायरल हुआ तो अभिनव वरोलिया ने इस विषय पर अपने फेसबुक एकाउंट पर सफाई दी और कहा कि मेरी नियुक्ति कमलनाथ जी के हस्ताक्षर द्वारा की गई थी जबकि इस पत्र में उनके हस्ताक्षर नही हैं इसलिए में अभी प्रवक्ता हूँ।