काला और लाल पानी देख साधु संतों में नाराजगी

माघ स्नान 6 जनवरी को पौष पूर्णिमा के साथ आरंभ होगा जो 18 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ समाप्त होंगे। इसलिए माघ मास का पहला स्नान पर्व पौष पूर्णिमा, 6 जनवरी 2023 को होगा। इसी दिन के साथ औपचारिक रूप से माघ मेला शुरू होगा। जिसका समापन महाशिवरात्रि के दिन यानी 18 फरवरी को होगा। सरकार ने अपनी तैयारी काफी अच्छी को हुई हैं ताकि मेले में अस्तव्यस्त जैसी स्थिति न निर्मित हो इसके लिए सरकार द्वारा पर्याप्त व्यवस्था होने की बात कही गई हैं।
पौष पूर्णिमा के साथ माघ मेला का आरंभ होगा। पंचांग के अनुसार, 06 जनवरी 2023 को रात 02 बजकर 16 मिनट से पूर्णिमा तिथि आरंभ हो जाएगी, जो 07 जनवरी 2023 को सुबह 04 बजकर 37 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, पौष पूर्णिमा इस बार 06 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी।
वही मेला शुरू होने से पहले गंगा में गंदगी देख साधु संत नाराज हैं उन्होंने सरकार सफाई को लेकर चेताया हैं और उन्होंने मांग की हैं कि मेला प्रारंभ होने से गंगा नदी की और घाटों की सफाई की जाए ताकि वे स्नान आदि में समस्या न आये।