MP में सबसे कम बेरोजगारी दर, Congress शासित राज्य बेरोजगारी दर में अव्वल

- एमपी में स्वरोजगार कार्यक्रम से 13 लाख लोगों को हुआ फायदा
भोपाल। शिवराज सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का असर मध्य प्रदेश में दिख रहा है। हाल ही में CMIE द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में देशभर में मध्य प्रदेश में सबसे कम बेरोजगारी दर है। वहीं कांग्रेस शासित राजस्थान में बेरोजगारी दर चरम पर है। यह वही राज्य हैं जहां हाल ही में एक टेलर की हत्या दो आरोपियों ने की थी। शिवराज सरकार ने प्रदेश में बेरोजगारी दर कम करने और लोगों को रोजगार मुहैया करवाने के लिए कई योजनाएं चला रखी हैं।
CMIE द्वारा जून 2022 तक के जारी आंकडों में 27 राज्यों में सबसे कम 0.5 प्रतिशत बेरोजगारी दर मध्य प्रदेश की है। शिवराज सरकार ने युवाओं और रेहड़ी पटरी पर व्यवसाय करने वाले को रोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाकर खुद का व्यापार और उद्योग शुरू करने के लिए ऋण उपलब्ध कराया। साथ ही एमपी में केंद्र सरकार की योजनाओं का पर्याप्त लाभ शिवराज सरकार लोगों को उपलब्ध करवा रही है। प्रदेश में स्वरोजगार कार्यक्रम से 13 लाख से अधिक युवा लाभान्वित हुए। वहीं युवाओं के कौशल को बढ़ावा देने के लिए उन्हें प्रशिक्षण मुहैया करवाकर रोजगार से जोड़ा जा रहा है, जबकि कांग्रेस सरकार में एमपी में युवाओं के लिए हितकारी योजनाओं का अभाव था।
बेरोजगारी के मामले में कांग्रेस शासित राज्य अव्वल
हाल ही में 27 राज्यों की जारी बेरोगारी दर की सूची में एमपी में केवल 0.5 प्रतिशत बेरोजगारी दर है, वहीं पांडिचेरी में 0.8 प्रतिशत बेरोजगारी दर है। जबकि छत्तीसगढ में बेरोजगारी दर 1.2 प्रतिशत तो वहीं राजस्थान में बेरोजगारी दर 29.8 प्रतिशत है। पूर्व में भी कांग्रेस शासित राज्यों में प्रदेश की सरकारों पर युवाओं को छलने के आरोप लगते रहे हैं। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार युवा उद्यमी योजना से युवाओं के सपने साकार कर उन्हें रोजगार से जोड़ रही है।