जानिए आखिर क्यों सीएम ने राजगढ कलेक्टर को मंच पर थमाया माइक
भोपाल। राजगढ़ में चिकित्सा महाविद्यालय का शिलान्यास करने गए सीएम शिवराज के सख्त तेवर देखकर उस वक्त लोग हैरान रह गए जब उन्होंने कलेक्टर को मंच पर ही माइक थमा दिया। उन्होंने राजगढ़ कलेक्टर से पूछा की अब तक कितने आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर से कहा कि माइक से जवाब दीजिए ताकि जनता को भी पता चले कि आप क्या कर रहे हैं।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर हर्ष चौधरी से कहा कि आप मंच पर आइए और बताइए कि अब तक सीएम जन सेवा अभियान में आयुष्मान कार्ड के लिए कितने आवेदन आए हैं। कलेक्टर ने बताया कि जिले में 10 लाख 90 हजार आयुष्मान कार्ड बनने हैं जिसमें से 6 लाख से अधिक कार्ड बन चुके हैं, बाकी सारे कार्ड 31 अक्टूबर तक बन जाएंगे। इस पर सीएम ने सख्त लहजे में हिदायत देते हुए कहा कि 31 अक्टूबर तक का समय दे रहा हूं सभी लोगों के आयुष्मान कार्ड बन जाने चाहिए। आयुष्मान कार्ड से 5 लाख रुपए तक का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी फ्री में करवाया जाएगा।
गड़बड़ करने वाले को किसी भी कीमत पर नहीं छोडूंगा: शिवराज
कार्यक्रम में मौजूद राजगढ़ कलेक्टर समेत तमाम अधिकारियों से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा मैं रोज सीएम जन सेवा अभियान की समीक्षा करूंगा। यह बात ध्यान रखें कि बीजेपी की सरकार जनता की सरकार है और यह जनता हमारे लिए भगवान है, जब सीएम सेवक है तो ध्यान रखिए अधिकारी भी सेवक है सरकार के इसलिए अगर मुझे कहीं कोई गड़बड़ दिखी तो मैं ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर नहीं छोडूंगा। उन्होंने लोगों को बताया कि मुझे झाबुआ में पता चला था कि एसपी ने फोन पर बच्चों से अभद्रता की थी तो मैंने एसपी हटा दिया था। कलेक्टर ने ठीक से ड्यूटी नहीं की तो मैंने कलेक्टर हटा दिया था।
जनता को बताया क्रांतिकारी भगत सिंह का व्यक्तित्व
सीएम ने लोगों को बताया कि अंग्रेजों ने चांदी की तस्तरी में रखकर हमें आजादी भेंट नहीं की थी। हजारों क्रांतिकारी हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे देश को आजादी दिलाने के लिए। भगत सिंह ने असेंबली में बम फेंका था चाहते तो वह भाग सकते थे लेकिन भागे नहीं उन्होंने यह कहते हुए गिरफ्तारी दी थी कि बहरे कानों को सुनाने के लिए बम के धमाकों की जरूरत पड़ती है। बाद में उनके साथी भेष बदलकर जेल पहुंच गए थे उन्हें छुडाने के लिए लेकिन वह जेल से भागे नहीं और कहा था कि अगर इन लोगों ने मुझे फांसी पर भी चढ़ा दिया तो कोई गम नहीं क्योंकि मेरे रुधिर की धार से हजारों भगत सिंह पैदा हो जाएंगे और वह तब तक लड़ेंगे जब तक देश आजाद नहीं हो जाता।