जानिए आखिर क्यों मल्लिकार्जुन खडगे को नामांकन दाखिल करते ही देना पड़ा इस्तीफा
दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कांग्रेस में मची खींचतान में एंट्री कर चुके मल्लिकार्जुन खडगे को राज्यसभा का नेता प्रतिपक्ष पद छोडना पड़ा। कांग्रेस में अपनाए जा रहे एक व्यक्ति एक पद के नियम के चलते शनिवार को मल्लिकार्जुन खडगे ने राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। खडगे ने अपना इस्तीफा राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है।
ज्ञात हो कि कुछ समय पहले उदयपुर में आयोजित कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों, वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए एक व्यक्ति एक पद का नियम लागू करने की बात कही थी। इसी नियम के तहत मल्लिकार्जुन खडगे को कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करते ही राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा। बताया जा रहा है कि मल्लिकार्जुन खडगे के नामांकन के दौरान करीब 30 प्रस्तावक मौजूद थे।
जी-23 नेताओं का खडगे को मिला समर्थन
कर्नाटक से संबंध रखने वाले मल्लिकार्जुन खडगे साफ तौर पर कांग्रेस के पसंदीदा उम्मीदवार हैं। उन्हें अशोक गहलोत और कमलनाथ ने समर्थन देने का ऐलान किया है। खडगे के नामांकन के दौरान अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, एके एंटोनी, अंबिका सोनी और मुकुल वासनिक प्रस्तावक के रूप में मौजूद थे। वहीं शशि थरूर और केएन त्रिपाठी भी चुनावी मैदान में हैं। मल्लिकार्जुन खडगे को जी- 23 के नेताओं का साथ मिल रहा है। अब देखना है कि 17 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के बाद कांग्रेस में किस की ताजपोशी होती है