जानिए क्यों वन मंत्री विजय शाह ने कांग्रेस और दिग्विजय को दे दिया चैलेंज
जबलपुर। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से दिग्विजय समेत कुछ कांग्रेसी नेताओं द्वारा आरएसएस और एबीवीपी की तुलना करने पर बीजेपी के नेता कांग्रेस पर मुखर हो गए हैं। आरोप लगाने वाले कांग्रेसियों को वन मंत्री विजय शाह ने सरेआम चैलेंज दे दिया है। विजय शाह ने यहां तक कह दिया कि अगर कांग्रेसी उन आरोपों को सही साबित कर देते हैं तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
गुरुवार सुबह मंडला प्रवास पर जाते वक्त वन मंत्री विजय शाह थोड़ी देर के लिए जबलपुर सर्किट हाउस में रुके। विजय शाह ने कहा आरएसएस ने लोगों में देशभक्ति का जज्बा जगाया है। उन्होंने दिग्विजय सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि मैं ऐसे नेताओं की सोच को मैं प्रणाम करता हूं इनके आरोप निराधार हैं, मैं खुद बचपन से आरएसएस का स्वयंसेवक हूं। मैं चुनौती देता हूं यह लोग किसी भी चौराहे या मंच पर आकर आरएसएस और पीएफआई के बीच तुलना करके बताएं तथ्यों के साथ। अगर कांग्रेसी यह साबित कर देते हैं कि आरएसएस आतंकवादी संगठन है तो मैं उसी दिन राजनीति छोड़ दूंगा। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में दिग्विजय सिंह का नाम आने पर कहा कि जिस तरह दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश का बंटाधार किया अब उसी तरह देश में भी बंटाधार करने का प्रयास करेंगे।
राहुल गांधी का विवाह न होने पर किया कटाक्ष
मीडिया द्वारा किए गए सवालों पर एक बार फिर वन मंत्री विजय शाह ने राहुल गांधी पर दिए गए अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि जब बेटा 25 साल से अधिक उम्र का हो जाता है तो परिवार को उसकी शादी की चिंता होने लगती है। अधिक समय हो जाने पर आस पड़ोस के लोग खुसर पुसर करते हैं। उन्होंने कहा अब वह (राहुल गांधी) 50 साल के हो गए फिर भी शादी नहीं हो रही तो सवाल तो उठेंगे। अगर राहुल गांधी ब्रह्माचार्य धारण कर ले या संत बन जाए तो ठीक है लेकिन अगर वह ऐसा नहीं करते तो तरह-तरह के सवाल उठना लाजमी है।