जानिए उद्योगों को लेकर निवेशकों से क्या बोले सीएम शिवराज

महाराष्ट्र। मध्यप्रदेश में युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए सीएम शिवराज एक्शन मोड में जुटे हुए हैं। वह लगातार देश भर के निवेशकों से संवाद कर रहे हैं और उन्हें मध्यप्रदेश में निवेश के लिए न्योता दे रहे हैं। इसी क्रम में आज सीएम शिवराज मुंबई पहुंचे और निवेशकों से चर्चा की। यहां उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि मध्य प्रदेश इन्वेस्टर्स फ्रेंडली स्टेट है और मैं एक ऐसा सीएम हूं जो हर समय आपकी समस्या के समाधान के लिए उपलब्ध रहूंगा। इस दौरान रिलायंस जिओ कंपनी ने उज्जैन के श्री महाकाल लोक में फ्री 5जी सर्विस उपलब्ध करवाने की बात कही।
मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने बताया कि आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के चार प्रमुख स्तंभ है: इंफ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ-एजुकेशन, गुड गवर्नेंस और अर्थव्यवस्था व रोजगार और इस पर हम लगातार जोर दे रहे हैं। साथ ही उन्होंने भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी बनाने के लिए वर्ष 2026 तक मध्य प्रदेश को 550 बिलियन डॉलर की इकोनामी बनाने की बात कही। उन्होंने निवेशकों से कहा कि मध्य प्रदेश इन्वेस्टर्स फ्रेंडली और पावर सरप्लस स्टेट है। यहां पानी से भी बिजली बनाई जा रही है, हम ओम्कारेश्वर बांध में 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन सोलर पैनल बिछाकर करने वाले हैं। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि प्रदेश में सवा लाख एकड़ का लैंड बैंक मौजूद है आप जिस जमीन पर उंगली रख दोगे वह जमीन हम आपको उद्योग लगाने के लिए दे देंगे। ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश की जमीन मुंबई और नोएडा से काफी सस्ती है। यहां आईआईटी-आईआईएम सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क बनाया गया है जिसके माध्यम से उद्योगों को उनकी मांग के अनुरूप स्किल्ड मैनपॉवर आसानी से उपलब्ध कराया जा सकेगा।
श्री महाकाल लोक और खजुराहो में बनेगा फ्री वाईफाई जोन
मुंबई में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा की और जनवरी में इंदौर में आयोजित होने वाली इन्वेस्टर सम्मिट में आने के लिए आमंत्रित किया। रिलायंस जिओ कंपनी के अधिकारियों से चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि कंपनी श्री महाकाल लोक में 5G टेलीकॉम सेवा शुरू करेगी और इसके बाद खजुराहो, जबलपुर के भेड़ाघाट, इंदौर और भोपाल के पर्यटन स्थलों पर रिलायंस जिओ के 5जी फ्री वाईफाई जोन स्थापित किए जाएंगे।

निवेशकों और जनता को मिल रहा भयमुक्त वातावरण: शिवराज
वर्ष 2003 में जब शिवराज सिंह चौहान एमपी के सीएम बने तो उन्होंने सख्त लहजे में कहा था कि मध्यप्रदेश की धरती पर या तो शिवराज रहेगा या डाकू रहेंगे, दोनों एक साथ नहीं रह सकते। उनकी सख्ती का ही असर है कि प्रदेश में लगातार डकैत-माफियाओं पर कार्रवाई जारी है। शांति के टापू मध्य प्रदेश में उद्योगों के अनुरूप वातावरण है। यहां चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के चलते बहन-बेटियों समेत सभी लोग आसानी से उद्योगों में काम करते हैं। जिस चंबल के बीहड़ों में पहले डाकू हुआ करते थे आज वहां इंडस्ट्रियल टाउनशिप बन रही है, लगभग 950 किलोमीटर लंबा नर्मदा एक्सप्रेस-वे बन रहा है।