जानिए आखिर बालाघाट में ऐसा क्या हो गया कि शिवराज को कहना पड़ा सम्मान नहीं हुआ तो बांझ हो जाएगी वीरता
जबलपुर। मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिले बालाघाट में नक्सली गतिविधियों रोकने के लिए अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन देने वाले पुलिसकर्मियों को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज सम्मानित किया। बालाघाट में आयोजित क्रम पूर्व पदोन्नति कार्यक्रम में सीएम ने बालाघाट को नक्सल मुक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहे पुलिस कर्मियों को प्रमोशन बैज लगाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री हरदीप सिंह डंग, गौरीशंकर बिसेन, रामकिशोर कावरे समेत कई लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा मैं जब पहली बार मध्य प्रदेश का सीएम बना था तभी कहा दिया था कि मध्यप्रदेश में डाकू रहेंगे या फिर शिवराज सिंह चौहान। आज हमारे आर्म फोर्स और पुलिसकर्मी की मेहनत के कारण मध्य प्रदेश शांति का टापू है। दिन-रात फील्ड में ड्यूटी करने पर पुलिस कर्मियों की सराहना की और कहा कि अगर इन वीरों का सम्मान नहीं हुआ तो वीरता बांझ हो जाएगी। आज एक आधुनिक अवसर है जब हम मध्य प्रदेश की साढे 8 करोड़ जनता की तरफ से इन वीर पुलिसकर्मियों का सम्मान करने आए हैं।
खून खराबा करने वालों को छोड़ेंगे नहीं: सीएम
बालाघाट की जनता को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर खून खराबा करने वालों को नहीं छोड़ेंगे यह हमारा संकल्प है। यह पुलिसकर्मी हर कदम, हर क्षण प्रदेश को सुरक्षित रखने के लिए अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से करते हैं। उन्होंने पुलिसकर्मियों के परिवार की महिलाओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम उनके हौसले को सलाम करते हैं जब लोग घरों में अपने परिवार के साथ त्यौहार मनाते हैं तब यह पुलिसकर्मी फील्ड में जनता की सुरक्षा के लिए ड्यूटी करते हैं। सीएम ने महिला पुलिसकर्मियों की भी सराहना की। पुलिस कर्मियों के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए प्रदेश सरकार कोई कमी नहीं छोड़ेगी।