जानिए आखिर ऐसा क्या हो गया जो एक साथ 7 कर्मचारियों ने जहरीला पदार्थ खा लिया

इंदौर। मध्य प्रदेश की आार्थिक राजधानी और मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर की एक वाॅयर फैक्ट्री के 7 कर्मचारियों ने गुरूवार को एक साथ जहरीला पदार्थ खा लिया। बताया जा रहा है कि सभी युवक फैक्ट्री मालिक से मिलने गए थे लेकिन मालिक द्वारा समय नहीं देने से नाराज कर्मचारियों ने जहरीला पदार्थ खा लिया। तबीयत बिगडती देख साथी उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे जहां युवकों की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रारंभिक तौर पर यह बात सामने आ रही है कि फैक्ट्री से उन्हें अचानक निकाल दिया गया था जिसके कारण वह काफी डिप्रेशन में आ गए थे।
जानकारी के मुताबिक परदेशीपुरा स्थित अजमेरा वाॅयर फैक्ट्री में माॅड्यूलर किचन की ट्रै, वाॅयर समेत कई सामान बनाए जाते हैं। इस फैक्ट्री में काफी समय से गौरी नगर निवासी जमुनाधर विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश, देवीलाल करेडिया, रवि, जितेंद्र धमानिया और शेखर वर्मा काम कर रहे थे। बुधवार शाम को कंपनी मालिक रवि बाफना और पुनीता अजमेरा ने उन्हें मिलने बुलाया और कह दिया कि अब आप सबके लायक यहां कोई काम नहीं है। इस दौरान कर्मचारियों और मालिक के बीच नौक झोंक भी हो गई। गुरूवार सुबह कर्मचारी एक बार फिर मालिक से मिलने उनके आफिस पहुंच गए। वह काफी देर तक मालिक से मिलने के प्रयास करते रहे लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हुई। इस बीच सातों कर्मचारियों ने अचानक जहरीला पदार्थ खा लिया। उनकी तबीयत बिगड़ती देख कंपनी के स्टाफ ने तत्काल सभी को इलाज के लिए इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया।
नई कंपनियों को दे रहे थे बढ़ावा
जांच में सामने आया है कि दोेनों कंपनी मालिकों ने हाल ही में इलेक्ट्रानिक काॅम्प्लेक्स और एमआर-10 में दो नई कंपनियां शुरू की है। कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी मालिकों द्वारा पुरानी कंपनी में प्रोडक्शन कम करने के साथ ही कर्मचारियों की छटनी की जा रही है।आरोप है कि कंपनी मालिक ने उन्हें काम से निकाल दिया था, जबकि कंपनी के मालिकों का कहना है कि उन्होंने कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकाला था बल्कि दूसरी कंपनी में ट्रांसफर किया था। पुलिस अब वास्तविकता पता करने के लिए कंपनी के अन्य कर्मचारियों और मालिक से पूछताछ कर रही है।