महिलाओं की सुरक्षा के लिए नवाचार: ग्वालियर में पेट्रोल पंपों में बन रहे इमरजेंसी अस्थाई शेल्टर होम
ग्वालियर। मध्य प्रदेश की बहन-बेटियों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने के लिए पुलिस विभाग एक नया नवाचार कर रहा है। ग्वालियर में पुलिस विभाग ने 15 पेट्रोल पंप पर इमरजेंसी अस्थाई शेल्टर होम तैयार करवाने शुरू कर दिए हैं। यहां किसी भी आपात स्थिति में महिलाओं, बच्चों के पहुंचने पर उन्हें पेट्रोल पंप संचालक व कर्मचारियों द्वारा सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी और पुलिस के आने तक उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा।
ग्वालियर में स्कूल कॉलेज छात्राओं समेत उन महिलाओं के लिए पुलिस विभाग ने एक अहम कदम उठाया है जो नौकरी पेशा हैं और कई बार उन्हें अपने काम के सिलसिले में देर रात बाहर आना-जाना पड़ता है। पुलिस थाना, चौकी से ज्यादा दूरी होने पर किसी भी आपात स्थिति में इन महिलाओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराए जाने के लिए ग्वालियर के कंपू, पड़ाव और इंदरगंज थाना अंतर्गत आने वाले 15 पेट्रोल पंपों का चयन किया गया है। इन सभी पेट्रोल पंपों पर इमरजेंसी अस्थाई शेल्टर होम बनाए जा रहे हैं। इन सभी पेट्रोल पंपों के संचालक और एक-एक कर्मचारी का पुलिस विभाग द्वारा वेरिफिकेशन किया जा रहा है ताकि यहां आने वाली बहन-बेटियों को सुरक्षा दिलाई जा सके। इन पेट्रोल पंप पर बनाए गए इमरजेंसी अस्थाई शेल्टर होम में मौजूद कर्मचारियों द्वारा महिलाओं को मदद उपलब्ध कराई जाएगी और तत्काल उनकी समस्याओं से पुलिस को अवगत कराया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के सुखद परिणाम आने पर प्रदेश भर में होगा लागू
ग्वालियर पुलिस द्वारा सुनसान इलाकों में लूट, मारपीट या अन्य किसी घटना, दुर्घटना की शिकार हुई महिलाओं, बुजुर्गों की मदद के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 15 पैट्रोल पंप में अस्थाई इमरजेंसी शेल्टर होम बनाने का निर्णय लिया गया है। इस पहल के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कोचिंग सेंटर, मार्केट को समेत सभी भीड भाड़ वाले इलाकों में लोगों तक नुक्कड़ नाटक और बैनर पोस्टर के जरिए जानकारियां पहुंचाई जा रही हैं। इन अस्थाई इमरजेंसी शेल्टर होम को शुरू करने का उद्देश्य है कि किसी भी आपात स्थिति में फंसी महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सके और उन तक तत्काल मदद पहुंचाई जा सके। इस पायलट प्रोजेक्ट के अच्छे परिणाम आने पर जल्द ही पुलिस विभाग द्वारा इस समूचे प्रदेश में लागू करने पर विचार किया जाएगा।