भोपाल में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर बवाल, कांग्रेसियों और पुलिसकर्मियों में हुई झड़प

भोपाल। एमपी में नगर निगम, पालिका, परिषद और जनपद पंचायत के बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर सियासी दलों में विवाद शुरू हो गया है। आज भोपाल जिला निर्वाचन कार्यालय के बाहर कांग्रेसियों और पुलिसकर्मियों के बीच झूमाझटकी हो गई। कांग्रेसियों ने पुलिस प्रशासन और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशियों पर दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि अब तक बीजेपी के 22 जिला पंचायत अध्यक्ष और कांग्रेस के 4 जिला पंचायत अध्यक्ष बने हैं।
शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे मंत्री भूपेंद्र सिंह और विधायक रामेश्वर शर्मा जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे। उनके साथ गाड़ी में कुछ अन्य लोग भी मौजूद थे। गेट पर मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पीसी शर्मा, आरिफ मसूद, पीसी शर्मा ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव किया तो कांग्रेसियों ने पुलिसकर्मियों पर ही सत्ता पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए झूमाझटकी कर दी। थोड़ी देर बाद मौके पर पहुंचे मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेसियों पर आरोप लगाया कि कांग्रेसी हमारे सदस्यों को अंदर जाने से रोक रहे, उनकी गुंडागर्दी नहीं चलेगी। वहीं विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि हम किसी सदस्यों को जबरन लेकर नहीं आ रहे सदस्य कोई बच्चे नहीं हैं जो उन्हें बहलाया फुसलाया जा सके।
भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी ने बदला पाला
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता नवरंग गुर्जर की पत्नी रामकुंवर गुर्जर विधायक रामेश्वर शर्मा के साथ जिला पंचायत निर्वाचन कार्यालय पहुंची थी। रामकुंवर गुर्जर के पाला बदलने की सूचना मिलते ही कांग्रेस ने उन्हें तत्काल प्रभाव से कांग्रेस से निष्कासित कर दिया है। बीजेपी ने रामकुंवर गुर्जर को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि कांग्रेस ने अवनीश भार्गव की पत्नी रश्मि भार्गव को मैदान में उतारा।
कांग्रेस घबरा क्यों रही है शिकायत दर्ज करवाए: भूपेंद्र सिंह
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस के लोग पूरी तरह से गुंडागर्दी कर रहे हैं। कांग्रेस के पास जिला पंचायत चुनाव के लिए प्रत्याशी ही नहीं है। अगर कांग्रेस को कहीं गड़बड़ लग रही है तो पुलिस में शिकायत दर्ज करवाए।