हिन्दू नववर्ष हमारी सनातन संस्कृति का उल्लास पर्व है, 22 मार्च को करेंगे भव्य आयोजन : रामेश्वर शर्मा
गुड़ी पड़वा पर कर्म श्री द्वारा आयोजित होगा भव्य कवि सम्मेलन, देश के दिग्गज कवि होंगे शामिल
अटल पथ होगा भगवामय, 22 मार्च को कर्म श्री करेगा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन
भोपाल। गुढ़ी पड़वा, यानी हिन्दू नव-वर्ष, एक ऐसा पर्व जब बसंत के साथ प्रकृति भी अपना कलेवर बदलती है और हर्षोल्लास के साथ हम नये विक्रम संवत्सर में प्रवेश करते हैं। भारतीय संस्कृति में वर्षारंभ का शंखनाद करने वाला पर्व है हिंदू नववर्ष की आरंभ तिथि गुड़ी पड़वा। और राजधानी भोपाल में इस पर्व को महोत्सव बनाता है कर्मश्री संस्था द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला भव्य अखिल भारतीय कवि सम्मेलन। विगत लगभग दो दशकों से भोपाल की कर्मश्री संस्था द्वारा हिन्दू नववर्ष के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन आयोजित किया जाता है। जो कि भोपाल के लिए गुड़ी पड़वा और चैती चांद पर्व के सामूहिक उल्लास का पर्याय बन चुका है। हिन्दू नववर्ष की पूर्व संध्या पर देशभर के प्रतिष्ठित कवियों की उपस्थिति में आयोजित होने वाले इस कवि सम्मेलन में भोपाल के हजारों श्रोता उपस्थित होकर काव्यामृत का आनंद लेते हैं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कर्म श्री संस्था द्वारा इस शुभ अवसर को सामूहिक उल्लास के साथ मनाने के लिए 22 मार्च को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देशभर के प्रतिष्ठित कवि शामिल होंगे। इस साल हिंदू नववर्ष, गुड़ी पड़वा 22 मार्च को है, जिसको लेकर कर्मश्री संस्था द्वारा कवि-सम्मेलन की तैयारियां तेज हो गई हैं। सोमवार को कर्मश्री के अध्यक्ष विधायक रामेश्वर शर्मा ने आयोजन प्रबंधन को लेकर प्रबंध समिति के साथ अंतिम बैठक की जिसमें हजारों कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।
बैठक को संबोधित करते हुए संस्था प्रमुख रामेश्वर शर्मा ने कार्यकर्ताओं को प्रबंध संबंधी निर्देश देते हुए कहा कि “गुड़ी पड़वा वर्षारंभ का शंखनाद करने वाला पर्व है, इसके माध्यम से हम अपनी नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के संस्कार सूत्रों से जोड़ते हैं, यह दिन वह अवसर है जब हम अगले एक वर्ष तक हर प्रकार से समाज की सुख समृद्धि और कल्याण की प्रार्थना करते हैं। इसी तिथि पर नवरात्र का भी आरंभ होता है जब हम नौ दिनों तक जगत जननी माँ जगदम्बा के पूजन-अर्चन का सौभाग्य पाते हैं। इसलिए इस शुभ अवसर को हम सभी भोपालवासियों के साथ मिलाकर मनाते हैं इस आयोजन के माध्यम से हमारी संस्कृति में निहित विश्व कल्याण के मंत्र का सामूहिक आव्हान करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यह आयोजन वर्ष-प्रतिवर्ष अपनी भव्यता और अनुशासन के कारण नए कीर्तिमान गढ़ता जा रहा है। हर वर्ष हजारों की संख्या में लोग उपस्थित होकर कर्मश्री के इस पावन संकल्प के सूत्रधार बनते हैं। अतः इस वर्ष भी इस सार्थक आयोजन को उमंग और अनुशासन के साथ संपन्न करना हम सबकी जिम्मेदारी है।”
हर घर पर भगवा ध्वज लहराएं – रामेश्वर शर्मा
कर्मश्री की बैठक में रामेश्वर शर्मा ने कहा कि नववर्ष हमारे गौरव का पर्व है। हिन्दू अस्मिता के उल्लास का पर्व है। इसलिए हिंदू नववर्ष के शुभ अवसर पर हम हर घर में भगवा ध्वज लहराकर सामूहिकता के साथ पर्व मनाएं। भगवा ध्वज हमारी भारतीय संस्कृति का प्रतीक है इस दिन चहुँ ओर भगवा ध्वज लगाकर हम हिंदू नववर्ष का स्वागत करें।
22 मार्च को अटल पथ पर होगा आयोजन
गुड़ी पड़वा के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाला यह आयोजन 22 मार्च को रात 08 बजे प्रारंभ होगा। यह कार्यक्रम भोपाल के माता मंदिर स्थित प्लैटिनम प्लाजा के पास अटल पथ पर आयोजित होगा। जहाँ शहर के हजारों लोग शामिल होकर कविताओं का रसास्वादन करेंगे।