मीडिया से बोले गुलाम नबी आजाद: पीएम में इंसानियत है वह सबकी बात सुनते हैं
दिल्ली। कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद से अपने के सवालों और आलोचनाओं से घिरे गुलाम नबी आजाद अब कांग्रेस के खिलाफ खुलकर मुखर हो गए हैं। आज गुलाब नबी ने मीडिया से कहा कि वह खुद कांग्रेस छोड़कर नहीं आए, बल्कि चापलूसों ने उन्हें अपना घर (कांग्रेस) छोड़ने को मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़ने के बाद से पिछले 6 दिनों से वह सो नहीं पा रहे, इस बात का दुख है कि कैसे चापलूस कांग्रेस में आ गए हैं।
गुलाब नबी आजाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिन लोगों को पीएम मोदी की स्पीच में कुछ दिखता नहीं वह लोग इंसान नहीं हैं। कांग्रेस में किसी की सुनवाई नहीं होती जबकि पीएम मोदी और उनके मंत्री जनता की बात सुनते तो हैं, फाइले पढते हैं लेकिन कांग्रेस में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं बची। मैं खुद पहले पीएम मोदी को कठोर समझता था लेकिन उनमें इंसानियत हैं। चौकीदार चोर है का नारा सिर्फ राहुल गांधी ने दिया था उससे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कोई वास्ता नहीं रखा और न ही उस नारे का समर्थन किया।
अपने नेतृत्व की नाकामी छुपाने टारगेट कर रहेः आजाद
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कुछ लोग यह कह रहे कि मैंने बीजेपी और पीएम मोदी से नजदीकि के चलते इस्तीफा और लेटर लिखा, जबकि वास्तविकता यह है कि जी-23 को लेकर मेरे द्वारा दिए गए सुझाव के बाद से ही कांग्रेस आलाकमान नाराज थे। राहुल-सोनिया को हमेशा से यह पसंद नहीं कि कोई उन्हें राय दे। कांग्रेस को मैंने अपने खून पसीने से सींचा था, पर कुछ समय से वहां कुछ चापलूस लोग निर्णय लेने लगे थे। कांग्रेस में ऐसे माहौल बना दिया गया कि मैंने कांग्रेस छोडना बेहतर समझा।