केंद्रीय मंत्री के नाम से फर्जी लेटर वायरल, विवेक तन्खा ने बिना पुष्टि के लेटर कर दिया ट्वीट

- बीजेपी नेताओं ने नहीं की लेटर जारी करने की पुष्टि, तथ्यहीन बताया जा रहा लेटर
भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नाम से एक फर्जी लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने बगैर पुष्टि किए वायरल लेटर को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट कर दिया। हालांकि केंद्रीय मंत्री की तरफ से मध्य प्रदेश सरकार को कोई पत्र लिखने की बात आधिकारिक तौर पर अबतक नहीं कही गई है। कांग्रेस लेटर सोशल मीडिया पर ट्रोल कर यह बताने का प्रयास कर रही कि प्रदेश के चेक पोस्टों में अवैध रूप से आरटीओ अधिकारी और कर्मचारी बस, ट्रक मालिकों से जबरन वसूली कर रहे जिससे केंद्रीय मंत्री काफी खफा हैं।
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर ट्वीट कर एक लेटर वायरल कर दिया। उन्होंने ट्वीट किया कि मध्य प्रदेश के आरटीओ अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा चेक पोस्ट पर एंट्री के लिए बड़े पैमाने पर रिश्वत ली जा रही है। उनका आरोप था कि यह पत्र केंद्रीय सड़क परिवहन एव राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सीएम शिवराज सिंह, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और मुख्य सचित इकबाल सिंह बैैस को भेजा है। हालांकि सीएम, परिवहन मंत्री और मुख्य सचिव को अबतक केंद्रीय मंत्री की तरफ से कोई पत्र नहीं मिला है और केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने ऑफिशियल तौर पर पत्र भेजने की कोई बात नहीं कही है। अपने इस एक ट्वीट से विवेक तन्खा अपने आलोचकों से घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर तन्खा की जमकार आलोचना हो रही है। लोग तो यहां तक ट्वीट कर रहे हैं कि इस प्रकार के नेताओं की वजह से ही आज कांग्रेस गर्त में जा रही है।
पत्र की भाषा शैली खुद उजागर कर रही वास्तविकता
अगर वायरल हो रहे पत्र पर नजर डाली जाए तो उसमें एक नहीं अनेकों जगह गलत मात्रा और शब्द लिखे गए हैं। जिससे स्पष्ट हो रहा कि इतने बड़े संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति की तरफ से इतना त्रुटि युक्त पत्र नहीं लिखा जा सकता। इस पत्र की वास्तविकता जाने बिना ही इसे वायरल कर देने से अब कांग्रेस नेताओं की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।