भारत में नशा करने वाले अमेरिका की कुल आबादी के बराबर हैं, नशा मुक्ति पर सीसीएफ की राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न, भाजपा-कांग्रेस प्रवक्ताओं ने भी लिया भाग

चाइल्ड कंजर्वेशन फाउंडेशन की 103 वी ई संगोष्ठी में आज विषय विशेषज्ञों के साथ भाजपा,कांग्रेस प्रवक्ताओं ने भी भाग लिया।राजनीतिक दलों के एजेंडे में बच्चों के विषय बुनियादी रूप से कहाँ तक समाहित है इसे लेकर भाजपा की ओर से प्रदेश प्रवक्ता सुश्री नेहा बग्गा औऱ कांग्रेस का पक्ष सुश्री संगीता शर्मा ने रखा।शुद्धि नशा केंद्र भोपाल के प्रभारी राजीव तिवारी समेत फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ राघवेंद्र शर्मा,सचिव डॉ कृपाशंकर चौबे,श्रीमती राधा मिश्रा,अरविंद खुरानिया, ने भी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर देश भर से जुटे बच्चों को मार्गदर्शन दिया।

कांग्रेस प्रवक्ता संगीता शर्मा ने बच्चों को लेकर अपनी पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि मप्र में कमलनाथ सरकार के समय बाल संरक्षण के क्षेत्र में व्यापक कार्य किये गए।पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में आंगनवाड़ी समुन्नत से लेकर मिलावटखोरों के विरुद्ध शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया था ताकि बच्चों को घर में शुद्ध आहार सुनिश्चित हो सके। सुश्री संगीता शर्मा ने बताया कि नगरीय निकाय के एजेंडे में भी पार्टी ने बाल हित के अनेक प्रावधान रखे हैं।

भाजपा प्रवक्ता नेहा बग्गा के मुताबिक मौजूदा प्रदेश सरकार ने देश में पहली बार बच्चों के लिए चाइल्ड बजट प्रस्तुत कर इस मामले में नजीर खड़ी की है।अटल पोषण मिशन औऱ लाडली लक्ष्मी समेत अनेक योजनाओं के माध्यम से सरकार बचपन को सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ राघवेंद्र शर्मा ने कहा कि राजनीतिक दलों के एजेंडे में बच्चे इसलिए शामिल नही होते है क्योंकि वे वोटर नही होते है जबकि सच्चाई यह है कि देश मे कुल आबादी में 41 फीसदी 18 साल से कम आयु वाले हैं।डॉ शर्मा ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों और सिविल सोसायटी का यह दायित्व है कि बच्चों के प्रश्नों पर समवेत होकर बेहतर से बेहतर प्रयास औऱ नीतियों के प्रति समवेत रहा जाए।
शुद्धि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक राजीव तिवारी ने बताया कि बच्चे जब खुद को अकेला या भयभीत महसूस करते है तब वे गलत राह पर भटक जाते हैं,नशाखोरी भी इन्ही परिस्थितियों का नतीजा है।उन्होंने बताया कि देश मे 28 करोड़ लोग नशे की गिरफ्त में है जिनमें 16 करोड़ शराब और 12 करोड़ लोग अन्य प्रकार के नशे कर रहे हैं।यह आबादी अमेरिका की आबादी के बराबर है।श्री तिवारी के अनुसार देश मे साढ़े सात करोड़ लोग नशे के चलते न केवल स्वयं बल्कि परिवार और समाज के लिए खतरा बन गए हैं।ई संगोष्ठी की खासियत यह रही कि त्रिपुरा,असम,हरियाणा,छत्तीसगढ़,मप्र(रीवा,सतना) से भी फाउंडेशन के बैनर तले बच्चों ने सीधा संवाद स्थापित कर अपनी विभिन्न जिज्ञासाओं को शांत किया।संगोष्ठी का संचालन डॉ कृपाशंकर चौबे ने किया।

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