कांग्रेस चाहती है मध्यप्रदेश शांति का टापू ना रहे, यहां दंगे, फसाद हों- शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बयान मित्रों अपना मध्य प्रदेश शांति का टापू है। प्रेम, स्नेह और सद्भाव के साथ मध्य प्रदेश की जनता रहती है। आपने देखा रामनवमी हो या हनुमान जयंती हो पूरे प्रदेश में ना केवल शांति बल्कि सौहार्द और सद्भाव के साथ मनाई गई लेकिन कांग्रेस को ये रास नहीं आ रहा।
मुझे तो आश्चर्य होता है कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता, पूर्व मुख्यमंत्री जब 2018 में मुख्यमंत्री नहीं थे चुनाव के पहले तब भी ये कह रहे थे और जोर-जोर से कह रहे थे कि मुसलमानों के पोलिंग बूथ पर 90% वोट क्यों नहीं डलते, वोट डलवाओ नहीं तो नुकसान हो जाएगा।
उस समय का वीडियो दुनिया ने देखा है कि वो केवल वोटबैंक मानकर के काम करते हैं। क्या वोट के लिए लोगों को भड़काया जाएगा, धर्मों में और जातियों में?
अभी परसों की घटना है कमलनाथ रोजा इफ्तार के समय फिर कह रहे हैं इस साल दंगे भड़क रहे हैं प्रदेश में…अरे कहाँ मध्यप्रदेश में दंगे भड़क रहे हैं? कहाँ मध्यप्रदेश में अशांति है? लेकिन वोटों की भूख में आप इतने पागल हो गए हैं कि मध्यप्रदेश को झोंकना चाहते हैं, आप अशांति और वैमनस्य की खाई में? क्या आप मन ही मन कामना करते हैं कि दंगे भड़क जाएं?
जब कोविड था तब भी ये शवों को देखकर प्रसन्न होते थे, लाशों को देखकर आनंदित होते थे।
ये राजनीति की स्तरहीनता मध्यप्रदेश का भला नहीं करेगी। हमने देखा रामनवमी पर भी, हनुमान जयंती पर भी हमारे मुस्लिम भाइयों ने भी कई जगहों पर पुष्पों की वर्षा की ये सद्भाव आपको ठीक नहीं लग रहा लेकिन आप कुछ भी कर लें मध्यप्रदेश को दंगो की आग में हम झोंकने नहीं देंगे अमन और चैन यहां कायम रहेगा।