भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फूलसिंह बरैया के एक बयान से बवाल मचा हुआ है। एक तरफ तो कांग्रेस और भाजपा दोनों ही मिशन 2023 की तैयारी में जुटे हैं। ऐसे में फूलसिंह बरैया के बयान ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। फूलसिंह बरैया ने एक मीडिया चैनल को दिए बयान में कहा कि पिछले चुनाव में जिस प्रकार कांग्रेस ने 2 अप्रैल को जातिवादी दंगा फैलाया उसी आधार पर कांग्रेस बहुतायत सीटें जीतीं ? साथ ही उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने के लिए कहा कि यदि जातिवादी हिंसा रहेगी तभी हम सिंधिया को हरा पायेंगे। बरैया के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता डॉ हितेश वाजपेयी ने कड़ी टिप्पड़ी करते हुए ट्वीटर पर लिखा कि आज जिस बेशर्मी से फूलसिंह बरैय्या ने स्वीकार किया कि पिछले चुनाव में जिस प्रकार कांग्रेस ने 2 अप्रैल को जातिवादी दंगा फैलाया उसी आधार पर कांग्रेस बहुतायत सीटें जीतीं ? उन्होंने लिखा है कि फूलसिंह बेशर्मी से कह रहें हैं कि यदि जातिवादी हिंसा रहेगी तभी हम सिंधिया को हरा पायेंगे, क्या इस बयान से कमलनाथ जी सहमत हैं? क्या सिंधिया और भाजपा को हारने के लिए देवाशीष और बरैय्या जैसे जहरीले नेताओं को कांग्रेस 2 अप्रैल की तरह ही पंडितों और सवर्णों के मोहल्ले जलाने की अनुमति देने वाली है ?
साथ ही डॉक्टर वाजपेयी ने कहा कि क्या चुनाव आयोग जो कि धर्म और जाती के आधार पर चुनाव न लड़ने को कहता है इस नेता को संज्ञान में लेगा और इस सवर्ण विरोधी, जहरीले नेता को समुदायों के बीच हिंसा फैलाने की चेष्टा के आरोप में प्रतिबंधित करेगा ? डॉ वाजपेयी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कहा कि कमलनाथ जी आपको बताना होगा कि इस ब्राम्हण विरोधी/सवर्ण विरोधी हिंसक व्यक्ति के साथ आप कांग्रेस सहमत हैं? फूलसिंह बरैया का यह बयान सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। जिसने कांग्रेस पार्टी को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। हालांकि कबूतरबाबा वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता ।