जल जीवन मिशन के अधिकारियों से बोले सीएम शिवराज: ऐसा काम करें कि जनता याद रखें
भोपाल। सीएम शिवराज गुरुवार को जल जीवन मिशन के अंतर्गत आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में शामिल हुए। उन्होंने अधिकारी कर्मचारियों से कहा कि तनाव मुक्त हो जाइए उन्मुक्त वातावरण में बैठिए है यह बैठक अपने परिवार की बैठक है यह कार्यशाला अपने परिवार की कार्यशाला है, मध्य प्रदेश मेरा परिवार है। उन्होंने नल जल योजना का कार्य पूर्ण होने के उपरांत उनके सफल संचालन और संधारण के लिए तैयार की गई मार्गदर्शिका का भी लोकार्पण किया। सीएम ने जल जीवन मिशन के कार्यों में लगे कई विभागों के पदाधिकारियों को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा आप जो पुण्य काम कर रहे हैं वहां काम करने का अगली पीढ़ी को मौका नहीं मिलेगा इसलिए ऐसा काम करें कि जनता याद रखे आपको।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा मैं बहुत टेक्निकल आदमी नहीं हूं लेकिन सीएम हूं पर मैं इसका कभी दंभ नहीं रखता क्योंकि आप और हम सब मिलकर ही बेहतर परिणाम प्राप्त करते हैं। उन्होंने बताया कि मेरा जन्म नर्मदा किनारे हुआ था वहां पानी की कमी रहती थी इसलिए हम नदी से पानी भरकर लाते थे जब बारिश होती थी तो मिट्टी मिला हुआ पानी आता था उसे घिनौची में रखते थे। सीएम ने अपने बचपन की यादें ताजा करते हुए कहा कि जब मैं अपने मामा के यहां जाता था तो देखता कि सुबह 4 बजे ही महिलाएं कुएं में पानी भरने पहुंच जाती थी। पुराने जमाने में बावड़ी, कुआं खुदवाना और धर्मशाला बनवाना पवित्र काम माना जाता था और फिर बाद में हैंडपंप लगाने की परंपरा शुरू हुई। सीएम ने जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में बुरहानपुर जिले को भारत सरकार द्वारा पुरस्कृत करने पर बधाई दी और कहा कि हमारा संकल्प है कि हर परिवार को पीने के लिए टैप वाटर देना है ताकि बहन-बेटियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो।
पुरुष प्रधान व्यवस्था में केवल बेटी और मां को ही पानी भरना पड़ता था: शिवराज
सीएम शिवराज ने बताया कि वर्ष 2012 में हमने जल निगम बनाया तब दिमाग में विचार आया कि अब हैंड पंप बंद करना चाहिए। उस समय पुरुष प्रधान समाज में केवल बेटी और मां ही पानी भरने जाती थी, घर के पुरुष पानी नहीं भरते थे। पानी भरने की जद्दोजहद में बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थी। सीएम शिवराज के राज में प्रदेश में सिंचाई की क्षमता साढे 7 लाख हेक्टेयर से बढ़ाकर 45 लाख हेक्टेयर तक बढ़ गई। शिवराज सरकार ने समूह पेयजल योजना बनाई जिसका उद्देश्य था कि प्रदेश के हर गांव तक पानी पहुंचाया जा सके। वर्ष 2012 के बाद घर घर जल पहुंचाने के लिए कई योजनाएं बनी लेकिन उसमें से कुछ असफल भी हुई। वर्ष 2019 में पीएम मोदी ने जल जीवन मिशन की घोषणा की कि अब 2024 तक सभी जगह पानी पहुंचाया जाएगा। अब इस दिशा में तीव्रता से काम हुआ और आज 53 लाख घरों तक जल पहुंचाया जा चुका है।