फार्मा सेक्टर के उद्योगपतियों से बोले सीएम शिवराज: ये इंवेस्टमेंट का नहीं सेवा का सेक्टर है
मुंबई। आज एक दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर गए एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुंबई में कई निवेशकों से मुलाकात की। निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा के दौरान सीएम शिवराज ने सभी को मध्य प्रदेश की भूमि, माहौल और संसाधनों की उपलब्धता की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने निवेशकों को 11 और 12 जनवरी को इंदौर में आयोजित होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में आने का न्योता दिया। शाम को आयोजित फार्मा सेक्टर के उद्योगपतियों के साथ राउंड टेबल बैठक में सीएम ने एमपी में फार्मा सेक्टर में निवेश की अपार संभावनाएं होने की बात कही।
फार्मा सेक्टर के उद्योगपतियों के साथ चर्चा में सीएम शिवराज ने कहा फार्मा सेक्टर बहुत महत्वपूर्ण है। यह केवल इन्वेस्टमेंट का सेक्टर नहीं बल्कि यह सेवा का सेक्टर है यदि आप लोग जीवन रक्षक दवाएं नहीं बनाते तो कोरोना काल में लोगों की रक्षा कैसे होती। इस समय मध्य प्रदेश लगभग सेचुरेशन पॉइंट पर पहुंच चुका है लेकिन अब हमें जो रास्ता तय करना है उसमें सबसे प्रमुख है इन्वेस्टमेंट लाना। कोरोना संकट में मध्यप्रदेश के फार्मा सेक्टर ने पूरी दुनिया की मदद की है। उन्होंने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि एक गौरवशाली, वैभवशाली और शक्तिशाली भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश सबसे बड़ा योगदान देगा। इस समय भारत की इकोनामी में मध्यप्रदेश का योगदान 4.3%, पर कैपिटा इनकम 1 लाख 37 हजार हो गई है और मध्य प्रदेश की विकास दर सबसे ज्यादा 19.76 प्रतिशत है।
उद्योगों को बढ़ावा देने किया जाएगा इंडस्ट्रियल क्लस्टर डिवेलप
बैठक में सीएम शिवराज और मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने बताया कि चंबल के क्षेत्र में किसी जमाने में डाकू हुआ करते थे लेकिन अब वहां किसी डाकू का नामो निशान नहीं है। चंबल में अटल प्रोग्रेस-वे बनाया जा रहा है जिसके दोनों तरफ इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनेंगे। मध्य प्रदेश के बीच से नर्मदा एक्सप्रेस-वे गुजरेगा और इसके दोनों तरफ भी हम इंडस्ट्रियल क्लस्टर और टाउनशिप बनाएंगे। शिवराज सरकार ने अलग-अलग सेक्टरों को बढ़ावा देने के लिए पॉलिसी बनाई है जिसमें से फार्मा सेक्टर प्रमुख है, क्योंकि यह केवल इन्वेस्टमेंट का नहीं सेवा का भी सेक्टर है।