राष्ट्रपति पर अधीर रंजन के बयान पर बोले सीएम शिवराज: कांग्रेस की मानसिकता ही आदिवासी विरोधी है

भोपाल। दिल्ली में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन द्वारा राष्ट्रपति को लेकर दिए गए अपमानजनक बयान का पूरे देश में विरोध हो रहा है। बीजेपी नेताओं का कहना है कि राष्ट्रपति किसी एक दल के नहीं बल्कि पूरे देश के होते हैं अधीर रंजन को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। दिल्ली में आज संसद के दोनों सदनों में बीजेपी नेताओं ने हंगामा किया। बीजेपी नेताओं ने हाथ में पोस्टर लेकर अधीर रंजन और सोनिया गांधी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से माफी मांगने के लिए कहा।
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा राष्ट्रपति देश का सर्वोच्च पद है, राष्ट्रपति किसी दल के नहीं होते, राष्ट्रपति पूरे देश के होते हैं। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने जिस निकृष्ट मानसिकता व घटियापन का परिचय दिया है वह अक्षम्य है। उन्होंने भारत के राष्ट्रपति का अपमान किया है। एक महिला जो आदिवासी समाज से आती है वह देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति पद पर बैठी हुई हैं। यह सर्वोच्च पद पर बैठी हुई एक बहन का अपमान है, यह नारी शक्ति का अपमान है, और यह हमारे जनजातीय आदिवासी बहनों का अपमान है।
आदिवासी विरोधी मानसिकता है कांग्रेस की: सीएम
सीएम शिवराज सिंह ने बताया कि कांग्रेस की मानसिकता ही आदिवासी विरोधी, महिला विरोधी और घटिया है। सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या वह अधीर रंजन चौधरी के बयान से सहमत हैं, देश इस कृत्य के लिए अधीर रंजन चौधरी और कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा।
सदन में सोनिया-स्मृति में हुई बहस
इस मामले में सदन में सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी के बीच बहस हो गई। अधीर रंजन के बयान पर सवाल पूछते ही सोनिया गांधी भड़क गई और उन्होंने कह दिया कि आप हमारा नाम नहीं ले सकती। स्मृती ईरानी ने कहा आपको जवाब देना होगा, दोनों के बीच करीब 3 मिनट तक बहस चली। इस दौरान बीजेपी सांसदों ने कहा कि सोनिया गांधी धमकी दे रही हैं।