CM शिवराज ने कहा मुझे गर्व है पिछले 17 वर्षों में मध्यप्रदेश ने विकास का एक नया इतिहास रचा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा की मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे ये कहते हुए गर्व है कि पिछले 17 वर्षों में मध्यप्रदेश ने विकास का एक नया इतिहास रचा है। मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है इसलिए हम विकास पर्व मना रहे हैं। हमारी सरकार ने प्रदेश में विकास का एक नया इतिहास रचा है। वर्ष 2003 के पहले जहाँ मध्यप्रदेश में एक लाख किलोमीटर टूटी-फूटी सड़कें हुआ करती थीं, वहीं आज 4 लाख 11 हजार किलोमीटर अच्छी सड़कें बनाकर प्रदेश की जनता को सौंपी गई हैं। प्रदेश में अब अटल एक्सप्रेस-वे, विंध्य एक्सप्रेस-वे, नर्मदा एक्सप्रेस-वे जैसे नए मार्गों का काम शुरू करने की तैयारी हो रही है।
ग्रामीण हो या शहरी विकास, प्रदेश में सभी क्षेत्रों में प्रगति
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश की सिंचाई क्षमता पहले साढ़े 7 लाख हेक्टेयर थी, जिसे बढ़ाकर 47 लाख हेक्टेयर किया गया है। नई परियोजनाओं का शिलान्यास भी निरंतर जारी है। प्रतिदिन प्रदेश में हजारों करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण हो रहा हैं। पहले बिजली की उपलब्धता 2800 मेगावाट हुआ करती थी, अब 28 हजार मेगावाट बिजली बनाई जा रही है। ग्रामीण विकास हो या शहरी सभी दिशाओं में प्रगति है। प्रदेश में सीएम राइज स्कूल के भवन बन रहे है, प्रदेश में मेडिकल कॉलेज जहां 5 हुआ करते थे, अब 25 हो गए हैं। ये मेडिकल कॉलेज या तो बन रहे हैं या स्वीकृत हो गए हैं। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, ग्लोबल स्किल पार्क, मेट्रो, मॉडल आईटीआई भवनों के निर्माण में रूप में विकास के कार्य चौतरफा पूरी गति से चल रहे हैं।
प्रदेश की जीएसडीपी का आकार 15 लाख करोड़ रुपये के आसपास
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। मुझे बताते हुए हर्ष है कि प्रदेश की ग्रोथ रेट, जो कभी माइनस में हुआ करती थी, वह अब 16 प्रतिशत से ऊपर है। मुझे बताते हुए गर्व है कि मध्यप्रदेश ने लगातार एक दशक से 18 प्रतिशत एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट हासिल की है। वर्ष 2003 तक जहाँ 100 मीट्रिक अन्न का उत्पादन होता था, आज मध्यप्रदेश में 700 मीट्रिक टन अन्न उत्पादन हो रहा है। पहले पर कैपिटा इन्कम 11 हजार रुपये हुआ करती थी, आज यह 1 लाख 40 हजार रुपये हो गई है। अगर जीएसडीपी का आकार देखें तो कभी यह 71 हजार करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 15 लाख करोड़ रुपये के आसपास पहुँच गया है। देश की जीएसडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान पहले केवल 3 प्रतिशत के आसपास हुआ करता था, जो अब 4.6 प्रतिशत हो गया है।
मध्यप्रदेश ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा याद कीजिए वो दिन, जब 2003 तक श्रीमान बंटाधार जी की सरकार हुआ करती थी, तो ना बिजली थी, ना पानी और ना ही सड़कें…
और सवा साल वो थे, जब किए गए वादे निभाए नहीं गए। कांग्रेस ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया।
प्रियंका गांधी अब मध्यप्रदेश आई हैं, तो उन्हें इन बातों का जवाब देना होगा।
कर्जमाफी हो, बेरोजगारी भत्ता हो, किसानों को समर्थन मूल्य को ऊपर बोनस देना हो एक भी वादा कांग्रेस ने पूरा नहीं किया था।
मैडम प्रियंका जी… बेटियों की हम शादी करते थे बेटियों की शादी तो हो गई लेकिन उनका पैसा नहीं दिया।हम लोग बैगा, भारिया और सहरिया बहनों को ₹1000 हर महीने देते थे कमलनाथ जी ने वह भी बंद कर दिए थे।बेटा – बेटियां अगर अच्छे नंबर लाते थे तो उन्हें हम लैपटॉप देते थे हमारी योजना बंद कर दी, संबल योजना बंद कर दी, तीर्थ दर्शन योजना बंद कर दी और और प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान जो गरीबों के सर पर छत देने का काम करते हैं कांग्रेस की सरकार ने सवा साल में वह भी वापस लौटा दिए थे और जल जीवन मिशन पर तो काम ही शुरू नहीं किया।जब प्रियंका जी आई है तो इन बातों का उनको जवाब देना पड़ेगा..!
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी की लोकप्रियता इतनी जबरदस्त है कि अलग-अलग राज्यों में एक दूसरे को पानी पी पीकर गाली देने वाले, कोसने वाले आपस में लड़ने वाले अब दिल्ली में दोस्ती इसलिए कर रहे हैं कि मोदी जी अगर रहे तो काले कारनामे जिन्होंने किए है, जिन्होंने भ्रष्टाचार किया है वह किसी भी कीमत पर बचेंगे नहीं।इसलिए जो दागदार है वह सभी इकट्ठे हो रहे हैं, प्रधानमंत्री जी के समर्थन की बाढ़ देखकर एक पेड़ पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अभी दूल्हा तो तय नहीं हुआ फूफा नाराज हो गए।
मुख्यमंत्री ने कहा आपने बीच में देखा होगा कि अभी नीतीश जी ने कहा यह इंडिया, मैं सहमत नहीं हूं कभी लालू कुछ कह रहे हैं तो अभी बिना दूल्हे की बारात में फूफा नाराज हुए हैं, कल क्या होगा…!
मुख्यमंत्री ने मणिपुर की घटना को लेकर कहा कि बहुत दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण, मन को तकलीफ और पीड़ा से भर देने वाली है।वहां के मुख्यमंत्री ने कहा है और देश भी यह चाहता है कि कठोर से कठोर दंड मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने अपना संकल्प व्यक्त किया है।
भारत में गंगा, गीता और गायत्री हैं बेटियां
दुर्गा,लक्ष्मी और सरस्वती है बेटियां।
देश ने सदैव बेटियों की पूजा की है। बेटियों के प्रति किसी भी तरह का अपराध अक्षम्य है, अपराधी को तबाह करना ही एकमात्र उपाय है, वह होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कर्नाटक की घटना बहुत दुखद है।
*अहिंसा परमो धर्मः*, *जियो और जीने दो* उसके ध्वजवाहक जो हमारे जैन संत थे। उनके शरीर के टुकड़े टुकड़े करना ये क्रूरतम अपराध है। अपराधी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाने चाहिए।
मैं कर्नाटक की सरकार से कहूंगा कि किसी भी कीमत पर अपराधी छोड़े ना जाए ये केवल जैन संतों का सवाल नहीं है।जैन संत वंदनीय है, पूजनीय है, त्याग के अनुपम उदाहरण है वो। उनका अपना कुछ नहीं है वह लोक कल्याण के लिए काम करते हैं।
ये देश का अपमान है। देश के विश्वास का कत्ल किया गया है। यह संतों के विश्वास का कत्ल किया गया है।अपराधियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाना चाहिए।