मछुआ सम्मेलन में शामिल हुए CM शिवराज, कही महत्त्वपूर्ण बातें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज मछुआ सम्मेलन में शामिल हुए। सीएम ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जितने भी तालाब हैं, उन तालाबों में केवट समाज करेगा, ताकि इनकी जीविका का भी साधन मिल सके।

सीएम ने बचपन का किस्सा सुनाते हुए कहा कि मेरा और केवट समाज का रिश्ता बचपन से ही है। मैं बचपन में अपने गाँव में नर्मदा नदी के किनारे डंगरा और कलीन्दा खाता था। जब भगवन राम, सीता मैया और भैया लक्ष्मण गंगा जी के किनारे पहुँचे और नदी पार करनी थी, तब भगवान ने केवट से कहा कि पार ले चलो। केवट ने भगवान के पाँव धोए, फिर उन्हें नाव में बैठाया। नदी पार करने के बाद सीता जी ने अपनी अंगूठी उतारी और केवट को देने के लिए भगवान राम के हाथ में दी। केवट ने बेचैन होकर कहा कि हे भगवान आज मेरे सारे दुःख दर्द मिट गए, मैं आज कुछ नहीं लूंगा। मैंने आपको गंगा पार उतारा, आप मुझे भवसागर पार लगा दें।

सीएम ने आगे कहा कि हमारा केवट समाज ऐसा ही भला और भोला, मेहनत की कमाई खाने वाला समाज है।केवट समाज से मेरा जन्म-जन्म का नाता है। आपके प्यार का कर्ज मेरे ऊपर चढ़ा है, इसी लिए मामा ने केवट समाज को मुख्यमंत्री निवास में बुलाया है। हमारी जैत की बहनों ने ट्रैक्टर खरीद लिया है और वही ट्रैक्टर वो किराये पर दे रही हैं। इस समाज से भी बहनें हैं। सभी केवट भाई-बहनों को किसान क्रेडिट कार्ड दे दिए गए हैं, जो बचे हैं उन्हें भी दिए जाएंगे।

सीएम शिवराज की महत्त्वपूर्ण घोषणाएं

  • सीएम ने कहा कि मेरे मन में यह ख्याल आया कि अगर किसानों को 0% पर ब्याज मिलता है, तो क्यों न केवट बंधुओं को भी इसका लाभ मिले। जितने भी तालाब हैं, उनमें मछलीपालन का काम केवल केवट समाज करेगा।
  • आज 50 मोटरसाइकिल केवट बंधुओं को वितरित की जाएंगी ताकि हमारे भाई अपने साधन से बाजार जा सकें।
  • आज 430 लोगों को मछलीपालन के लिए जाल और डोरी का वितरण किया जा रहा है।
  • मध्यप्रदेश में अब मछली के बीज उत्पादन और मछली व झींगा पालन के लिए 60% पैसे सरकार लगाएगी। मध्यप्रदेश में स्मार्ट फिश पार्लर बनाए जाएंगे। मेरी जिंदगी आपके और आपके बच्चों की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए है।
  • हमने आवास प्लस की सूची बनाई है। जिनके मकान नहीं बने हैं, उन सभी को पक्का मकान बनाने के लिए पैसे दिए जाएंगे।
  • हमारे बच्चों को पढ़ने लिखने की जरूरत है। बच्चों की निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था हम करते हैं। जो बच्चे पढ़ने में ज्यादा तेज हैं, उनका एडमिशन बड़े कॉलेज में होता है, तो उनकी फीस आपको नहीं देना है, फीस मामा भरवाएगा।
  • इलाज की व्यवस्था हम करा रहे हैं। भगवान न करे कि कोई कभी बीमार हो, लेकिन अगर हो, तो मैं बैठा हूँ। मैं इलाज करवा दूंगा।
  • बहनों की आमदनी रु. 10,000 से ज्यादा होना चाहिए, यह हमारा लक्ष्य है। इसके लिए हम स्वसहायता समूहों को पोषण आहार बनाने, यूनिफ़ॉर्म सिलने का काम दे रहे हैं।
  • हम डोंगा प्रतियोगिता का आयोजन करेंगे।

सीएम ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि बुधनी में केवट समाज की धर्मशाला का निर्माण कराया जाएगा।

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