सीएम शिवराज ने जनता से किया आव्हान: प्रकृति का दोहन करें शोषण नहीं, प्रकृति संरक्षण में योगदान दें
भोपाल। मध्य प्रदेश में आज बड़े ही धूमधाम से गोवर्धन पूजन किया गया। इसी क्रम में पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए राजधानी में राज्य स्तरीय गो-पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान, मंत्री हरदीप सिंह डंग, इस्कॉन के गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गौरंग दास समेत तमाम जनप्रतिनिधि और जनता मौजूद रही। कार्यक्रम में सीएम ने लोक कलाकारों के साथ नृत्य किया और जनता को पर्यावरण संरक्षण के लिए गोवंश की रक्षा और हर शुभ अवसर पर पेड़ लगाने का संकल्प दिलाया। उन्होंने जनता से अपील की कि प्रकृति का दोहन करें शोषण नहीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज ने कहा शहरों में तो गोवर्धन पूजा कम होती है लेकिन गांव-गांव में यह पूजा भव्यता के साथ होती है। हमारे देश का 5 हजार साल पुराना ज्ञात इतिहास है, ऋषि-मुनियों ने काफी सोच समझकर परंपराएं बनाई हैं। संयुक्त राष्ट्र वाले अलग-अलग गोल सेट कर रहे हैं लेकिन हमारे यहां तो हजारों साल पहले ही यह तय कर दिया गया था कि “वसुधैव कुटुंबकम” अर्थात सारा विश्व ही हमारा परिवार है। किसी भी देवता की देखिए वह किसी वाहन पर बैठकर नहीं आए होंगे उनका वाहन कोई न कोई जीव ही होता है इससे तात्पर्य है कि हम सभी को इन जीवो को भी आत्मीय भाव से देखना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण ने भी कहा था कि अगर गोवर्धन नहीं होगा तो गौओं को चारा, ऑक्सीजन, औषधि और जड़ी-बूटी नहीं मिलेगी इसलिए उन्होंने गोवर्धन पूजा पर जोर दिया था।
आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकृति का संरक्षण करें: शिवराज
सीएम शिवराज ने जनता से कहा कि गोवर्धन पूजा कोई कर्मकांड नहीं है हमने तो प्रदेशवासियों के गंभीर चिंतन के लिए यह कार्यक्रम रखा है ताकि समाधान ढूंढा जा सके आने वाली पीढ़ियों के लिए। अगर धरती को बचाना है तो पर्यावरण संरक्षण को अपना लक्ष्य बनाना होगा। सीएम ने लोगों से अपील की कि वह जिस तरह अपनों का जन्मदिन मनाते हैं बच्चों को बड़े करते हैं उसी तरह खुशी-खुशी हर एक शुभ अवसर पर पौधे लगाएं।
अब ग्रीन सिटी इंडेक्स से होगी नगरीय निकायों की रैंकिंग
कार्यक्रम में ग्रीन सिटी इंडेक्स का भी शुभारंभ किया गया। इस ग्रीन सिटी इंडेक्स से प्रदेश के सभी नगर निगमों और निकायों में हरियाली का स्तर मापा जाएगा और उसके आधार पर सभी निकायों की रैंकिंग होगी। साथ ही अब मध्य प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास करेगी ताकि मध्य प्रदेश को ग्रीन सिटी इंडेक्स में देश में पहले स्थान पर लाया जा सके। सीएम ने पानी और बिजली के संरक्षण पर भी जोर दिया। बिजली की सब्सिडी देने में सरकार 24 हजार करोड रुपए खर्च करती है, अगर जरूरत के हिसाब से बिजली जलाए तो 4 हजार करोड़ रुपए प्रति वर्ष की बचत होगी। ऊर्जा संरक्षण पर फोकस करते हुए ओमकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाया जा रहा है।
गोवंश को सड़कों पर न छोड़ें उसे बचाने के लिए प्रयास करें: शिवराज
प्रदेश में 1.87 करोड़ से ज्यादा गोवंश है। सीएम शिवराज ने सभी समाज के लोगों से अपील की कि गोवंश को बचाने के लिए प्रयास करें।। प्रदेश में अभी 1700 गौशालाएं हैं, 1404 गौशाला पूरी तरह बन गई हैं और 1800 गौशाला में बनाई जा रही हैं। अब हर पंचायत में गौशाला बनाई जाएगी और गो-अभ्यारण विकसित करने के प्रयासों करेंगे। प्रदेश के 59 हजार किसानों ने प्राकृतिक खेती के लिए पंजीयन किया है क्योंकि केमिकल फर्टिलाइजर खाद पदार्थों को जहरीला बना रहे हैं। उन्होंने जनता से पीएम मोदी द्वारा शुरू किए गए मिशन लाइफ को सफल बनाने में योगदान देने का आग्रह किया।