मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रदेश की लाड़ली बहनों को दिया लाभ,आर्थिक रूप से सशक्त,आत्मनिर्भर बनने का
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपने जन्मदिवस के दिन भोपाल के जंबूरी मैदान में शक्ति स्वरूपा कन्याओं और बहनों का पूजन एवं सम्मान कर ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’ का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’ कार्यक्रम में आवेदन प्रक्रिया की व्यावहारिक जानकारी दी। यह प्रक्रिया महिलाओं के लिए आवेदन को सहज बनाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में ही देवता के पहले देवी का नाम लेने की मान्यता रही है, लेकिन कालांतर में यह बदलाव आया और बेटी से ज्यादा महत्व बेटों को दिया जाने लगा। मेरी इच्छा होती कि कैसे बदलाव लाया जाए।
हमारे देश में सदैव से नारियों के प्रति आदर करने की परंपरा रही है। लक्ष्मीनारायण, राधेश्याम, सीताराम में भी पहले देवी माता का नाम लेने की परंपरा रही है। अंग्रेजों के शासन में धीरे धीरे यह आदर कम हो गया।
मैंने कन्या विवाह योजना की शुरुआत की, जिससे गरीब परिवारों के लिए बेटियां चिंता का विषय न हों, बल्कि खुशी का विषय हों। इसके बाद मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की, जिससे बेटियों को पढ़ने और बढ़ने का अवसर मिले।
मेरी बहनें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर हों, ये मेरे ह्रदय की तड़प थी, इसलिए मैंने लाड़ली बहना योजना बनाई। अब मेरी बहनों को परेशान नहीं होना होगा। जो देश में कभी नहीं हुआ, वो आपके भाई शिवराज ने किया।