मुख्यमंत्री शिवराज भगवान धरणीधर की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शामिल हुए

राजस्थान के टोंक जिले के मांड कला में श्री धरणीधर भगवान की मूर्ति स्थापना समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष साधना सिंह सहित कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में समिलित होकर समारोह को संबोधित हुए कहा कि मांडकला की इस धरती पर आपने बहुत सुंदर मंदिर बनाया है। ये मंदिर आपने बिना किसी शासकीय सहायता के अपने खून-पसीने की कमाई से बनाया। यह मंदिर नहीं है, यहां आपकी श्रद्धा लगी है, भक्ति लगी है। इसलिए संपूर्ण समाज का हृदय से अभिनंदन करता हूं, बधाई देता हूं। भगवान धरणीधर जी जिनका अस्त्र और शस्त्र भी हलधर रहा है। वो बलराम भगवान जिन्होंने पुरुषार्थी किसान को संकलित कर कृषि कार्य और क्षत्रिय धर्म का निर्वाह करने की प्रेरणा दी।
हमारे एक हाथ में हल है और दूसरे हाथ में शस्त्र भी है। जब जरूरत पड़ती है तो देश के अन्न भंडार भरने का काम करते हैं।
मेहनत करके अपना खून-पसीना बहाकर अन्न उत्पादन का काम करते हैं, लेकिन जब-जब देश को जरूरत पड़ती है तो सीमाओं पर जाकर देश की रक्षा करने में हम कभी पीछे नहीं रहते।
जब विदेशी आक्रांताओं ने देश पर आक्रमण किया तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया और आजादी की लड़ाई में हमारे कई वीर स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने देश को आजाद कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
हम कहते हैं धन चला जाए, पद चला जाए, फिर वापस मिल जाएगा, लेकिन धर्म को हम कभी जाने नहीं देंगे।
हम मेहनत करके, अपना खून-पसीना बहाकर अन्न का उत्पादन करने का काम करते हैं, लेकिन जब-जब देश को जरूरत पड़ी तो सीमाओं पर जाकर देश की रक्षा करने में भी हम कभी पीछे नहीं रहते। हमारे यहां परमात्मा को प्राप्त करने के लिए धर्म ग्रंथ में तीन मार्ग बताए गए हैं- ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग और कर्म मार्ग।मध्यप्रदेश की धरती पर हमने महिला सशक्तिकरण के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना और लाड़ली बहना योजना बनाई है। धाकड़ समाज से अनेकों प्रकार की प्रतिभाएं निकल रही हैं।