आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर ब्राह्मण समाज का विरोध प्रदर्शन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान को लेकर देशभर में अलग-अलग प्रकार की प्रतिक्रिया है सामने आ रही हैं हालांकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भागवत के दिए बयान पर स्पष्टीकरण दे दिया है जिसमें उन्होंने जिस वाक्य का उल्लेख किया है उसमें मराठी भाषा में पंडितों को ज्ञानी व्यक्तियों के लिए उपयोग किया जाता है जिसका स्पष्टीकरण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक दे चुके हैं परंतु देशभर में भागवत के बयान को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने वर्ण और जाति व्यवस्था पर बयान देकर नई बहस छेड़ दी है। संघ प्रमुख ने कहा है कि ऊंच-नीच की श्रेणी भगवान ने नहीं पंडितों ने बनाई है। संघ प्रमुख के इस बयान पर उज्जैन के ब्राह्मण समाज नाराज है, उन्होंने ब्राह्मणों से माफी मांगने की मांग की है।
उज्जैन ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने सोमवार को पशुपतिनाथ मंदिर में बैठक की। इसमें विचार विमर्श किया एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख भागवत के बयान का विरोध किया। समाजजनों ने भागवत से वक्तव्य को वापस लेकर ब्राह्मण समाज से खेद व्यक्त करने की मांग की गई। साथ ही जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान ‘जब-जब ब्राह्मण बोला है, राजसिंहासन डोला है’, ‘ब्राह्मणों से जो टकराएगा, माटी में मिल जाएगा’ जैसे नारे लगाए गए।