जर्मनी से लौटते ही नागपुर एयरपोर्ट पर धराया बिशप पीसी सिंह, ईओडब्ल्यू कर रही पूछताछ
जबलपुर। करोड़ों रुपए के फर्जीवाड़े और वित्तीय अनियमितता के आरोपी “द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च आफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस” के चेयरमैन और बिशप पीसी सिंह को ईओडब्ल्यू ने हिरासत में ले लिया। जर्मनी से भारत लौटते ही बिशप को नागपुर एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की मदद से ईओडब्ल्यू ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले ही ईओडब्ल्यू की टीम को बिशप के दिल्ली और बेंगलुरू होते हुए नागपुर आने का इनपुट मिला था। बताया जा रहा है कि देश भर में बिशप के खिलाफ आर्थिक अनियमितता समेत करीब 99 मामले दर्ज हैं।
सूत्रों के मुताबिक खुफिया इनपुट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने बिशप पीसी सिंह के जर्मनी से भारत वापस लौटते ही उसे पकड़ने के लिए तैयारी कर रखी थी। डीजी ईओडब्ल्यू अजय शर्मा के निर्देश पर एडीजी ईओडब्ल्यू मो.शाहिद अबसार ने सीआईएसएफ सहित अन्य एजेंसियों से समन्वय बनाया और सोमवार सुबह ईओडब्ल्यू अधिकारियों ने नागपुर एयरपोर्ट में तैनात सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों को सतर्क किया। बिशप पीसी सिंह जर्मनी से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा और वहां से विमान में बैंगलुरु होते हुए नागपुर आया। ईओडब्ल्यू सहित तमाम एजेंसियां उस पर नजर रखे हुए थीं। जैसे ही वह नागपुर एयरपोर्ट पर विमान से उतरा, उसे सीआईएसएफ के सहयोग से हिरासत में ले लिया गया। ईओडब्ल्यू की टीम ने वित्तीय अनियमितता और ट्रस्ट की जमीन बेचने के मामले में बिशप से पूछताछ शुरू कर दी है। जल्द ही ईओडब्ल्यू की टीम बिशप को जबलपुर लेकर आएगी।
बिशप और ट्रस्ट की संपत्तियों की मांगी गई जानकारी
साथ ही बिशप पीसी सिंह के घर और कार्यालय से मिले संपत्तियों के दस्तावेजों की छानबीन ईओडब्ल्यू ने तेज कर दी है। रविवार को ईओडब्ल्यू की टीम ने नगर निगम, राजस्व विभाग, जिला प्रशासन को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से बिशप पीसी सिंह और उससे जुड़े सभी ट्रस्टों की संपत्तियों की पूरी जानकारी मांगी गई है। साथ ही यह भी जानकारी मांगी गई है कि जिस समय लीज दी गई, वह किसके नाम पर दी गई, कितने समय के लिए दी गई है और कितनी राशि में यह लीज स्वीकृत की गई थी।