श्री महाकाल लोक के बाद अब शिवराज सरकार ओमकारेश्वर समेत 6 धार्मिक स्थलों का करेगी जीर्णोद्धार
भोपाल। शांति का टापू कहा जाने वाला मध्य प्रदेश अब आध्यात्मिक राज्य बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा। उज्जैन में भव्य श्री महाकाल लोक के पहले चरण का काम पूरा करने के बाद अब शिवराज सरकार का फोकस 3 हजार करोड़ रूपए की लागत से ओमकारेश्वर समेत 6 धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार पर है। धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार होने से एमपी में तेजी से पर्यटन बढ़ेगा और लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
शिवराज सरकार का प्रयास है कि अगस्त 2023 तक आदि शंकराचार्य की 108 फिट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण ओमकारेश्वर में करवाया जाए। वहीं जल्द ही दूसरे चरण में श्री महाकाल लोक में महाराज परिसर, रुद्रसागर सहित कई स्थानों का विकास होगा। उज्जैन में महाकाल परिसर को विकसित करने पर करीब 850 करोड़ रूपए खर्च होंगे। धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार का काम एमपी टूरिज्म को दिया गया है, वहीं केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत भी धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराई जा रही है। शिवराज सरकार का प्रयास है कि श्री महाकाल लोक, ओमकारेश्वर, सलकनपुर, दतिया, मैहर, चित्रकूट मंदिर और ग्वालियर में शनिश्चरा मंदिर का भव्य तरीके से जीर्णोद्धार हो।
जल्द टूरिज्म हब बनेगा मध्य प्रदेश
एमपी सरकार ने 45 करोड़ रूपए की लागत से सलकनपुर मंदिर के जीर्णोद्धार का काम शुरू कर दिया है और शेष काम के लिए केंद्र सरकार को 55 करोड रुपए का प्रस्ताव भेजा है। ओमकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा बनाने समेत विभिन्न कार्यों के लिए 2141.85 करोड रुपए खर्च होंगे। इसी तरह मैहर में 30 करोड़, दतिया की पीतांबरा माई पीठ पर 25 करोड़, ग्वालियर से 18 किलोमीटर दूर स्थित शनिचरा धाम में 30 करोड और चित्रकूट में राम वन गमन पथ समेत विभिन्न कार्यों के लिए 100 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे।