सेठानी घाट पहुंचकर सीएम शिवराज ने लिया नर्मदा नदी का जायजा, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश की जताई है संभावना

- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अधिकारियों से सीएम ने कहाः यहां जो डिस्कशन हो रहा है वह रिकॉर्ड होकर जनता के बीच जाना चाहिए ताकि लोग सावधानी रखें
भोपाल। तेज बारिश से नर्मदा नदी का लगातार जल स्तर बढ़ने पर सीएम शिवराज स्थिति का जायजा लेने नर्मदापुरम पहुंचे। उन्होंने बाढ़ की स्थिति से लोगों को बचाने के लिए अधिकारियों को तवा डैम के गेट एकदम से ना खोलने के निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीएम ने अधिकारियों को अपना सूचना तंत्र मजबूत करने को कहा ताकि परफैक्ट कैलकुलेशन होने से जलस्तर बढ़ने पर स्थिति पर तत्काल काबू पाया जा सके।
सीएम शिवराज सिंह चैहान मंगलवार दोपहर पत्नी साधना सिंह, बेटे कार्तिकेय और आला अधिकारियों के साथ नर्मदापुरम स्थित सेठानी घाट पहुंचे। सीएम ने अधिकारियों से पानी के तेजी से बढ़ रहे बहाव के बारे में चर्चा की। वहीं उन्होंने कलेक्टर, कमीश्नर, आईजी समेत मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था की जाए कि बाढ़ की स्थिति निर्मित न होने पाए। बताया जा रहा है कि तवा डैम से पानी छोडते ही 2 से 3 घंटे में सेठानी घाट पर जल स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डैम प्रबंधन से बात की जाए कि एक साथ पानी ना छोड़ा जाए, ताकि तवा से पानी छोड़ने से बाढ़ के हालत ना बने। वहीं उन्होंने निचले क्षेत्र में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने और लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाने के लिए व्यव्स्था करने के निर्देश दिए।
विदिशा और बालाघाट में कई लोगों का रेस्क्यू किया गया
सीएम शिवराज ने बताया कि प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। आज विदिशा और कल बालाघाट जिले से कई लोगों का रेस्क्यू किया गया। अभी जो बड़ी चिंता है वह इस बात की है कि नर्मदा नदी के कैचमेंट में भारी बारिश होने के कारण सभी डैम लबालब हैं और बरगी, बारना, तवा, कोलार से भी पानी छोड़ा जा रहा और नीचे भी इंदिरा सागर, ओमकारेश्वर के गेट भी खुले हुए हैं।
एक साथ ना खोले जाए सभी डैमों के गेट: सीएम
सीएम शिवराज ने अपनी टीम के सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर नर्मदापुरम, विदिशा समेत सभी जिलों में बारिश के हालात पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डैमों से इस ढंग से पानी रिलीज करें कि एक साथ सब डैमों का पानी नर्मदा नदी में ना जा पाए। अभी बरगी के गेट खुले हैं लेकिन शिवराज सरकार की कोशिश है कि जब तक बरगी का पानी आए तब तक तवा के गेट बंद कर दें ताकि बरगी और तवा का पानी मिल कर भयानक बाढ़ की स्थिति ना बना पाए।