72 घंटे की तपस्या के बाद बाहर निकले स्वामी पुरूषोत्मानंद महाराज, कहा: मां दुर्गा ने स्वर्ग लोक दिखाया

भोपाल। पिछले 3 दिनों से राजधानी में चर्चा का विषय बने स्वामी पुरूषोत्मानंद महाराज 72 घंटे की तपस्या कर भू-समाधि से बाहर निकल आए। महाराज ने अपने आश्रम में जुटी भीड़ से कहा अनेकों शक्तियों का मेरे शरीर में संचार हुआ, मां दुर्गा ने स्वर्ग लोक के दर्शन कराए। साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि मेरी मां से यही कामना है कि लोग सदाचारी बनें, धर्म के प्रति आस्था रखें ताकि उनकी उन्नति और पूरे भारत देश की उन्नति हो।
1 अक्टूबर को स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज ने सुबह 10 बजे साउथ टीटी नगर स्थित मां भद्रकाली विजयासन मंदिर में भू-समाधी ली थी। इससे पहले उन्होंने पुलिस प्रशासन से 72 घंटों की भू-समाधि की अनुमति मांगी थी लेकिन शासन द्वारा अनुमति नहीं दी गई। इसके बावजूद शनिवार को उन्होंने अपने घर पर ही बने आश्रम में समाधि ले ली। तब से ही पुरुषोत्तमानंद चर्चा का विषय बने हुए थे और वहां भक्तों की भारी भीड़ लग रही थी। सोमवार सुबह 9 बजे से ही स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज की तपस्या खत्म होने का इंतजार करते हुए भक्तों की भारी भीड़ फिर से लगना शुरू हो गई। सुबह करीब साढे 10 बजे वैदिक मंत्रोचार के बाद समाधि स्थल के ऊपर से मिट्टी और लकडी के पटिए हटाए गए। 4 पटिए हटाते ही जैसे ही भक्तों ने तपस्या में लीन स्वामी पुरुषोत्तमानंद को देखा तो जयकारे लगाने शुरू कर दिए।

पत्नी और भक्तों ने पुष्प वर्षा कर उतारी आरती
स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज पर वहां मौजूद भक्तों ने पुष्प वर्षा की। इसके बाद आश्रम की प्रधान सेविका और स्वामी पुरुषोत्तमानंद की धर्मपत्नी चारू सोनी ने पुरुषोत्तमानंद महाराज की आरती की। भू-समाधी स्थल से बाहर निकलते ही महाराज ने सबसे पहले विजयासन माता के दरबार में पूजा अर्चना की और लोगों को बताया कि मां भगवती की कृपा से मेरे अंदर असीम शक्तियों ने प्रवेश किया। माता स्वयं प्रकट हुई और मुझे कहा कि तू मेरे साथ चल तूने सभी वचनों का पालन किया है तुझे स्वर्ग लोक यात्रा कराती हूं।