7वें अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन का शुभारंभ हुआ
मप्र की राजधानी भोपाल में धर्म धम्म सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी तथा राज्यपाल मंगुभाई पटेल के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 7वें अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन में ‘द पेनारोमा ऑफ इंडियन फिलोसफर्स एंड थिंकर्स’ पुस्तक का विमोचन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि इस अवसर पर पधारे सभी विद्वजनों का मैं हृदय से स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं ।
भारत के गाँव-गाँव में बच्चा-बच्चा यह उद्घोष करता है कि ‘धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो,भगवान बुद्ध ने कहा कि ‘युद्ध नहीं शांति, घृणा नहीं प्रेम, संघर्ष नहीं समन्वय, शत्रुता नहीं मित्रता’ और यही वो मार्ग है जो भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शांति का दिग्दर्शन कराएगा।
मध्यप्रदेश को सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मुझे प्रसन्नता है कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रारंभ किए गए बौद्ध और भारतीय ज्ञान अध्ययन ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं,मध्यप्रदेश का संस्कृति विभाग, इंडिया फाउंडेशन के साथ मिलकर इस आयोजन को कर रहा है। मैं राम माधव जी और इंडिया फाउंडेशन को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने भोपाल को इस सम्मेलन के लिए चुना ।
अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम् ।
उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् ।।
ये तेरा है, ये मेरा है, ये छोटे दिल वालों की सोच है। जो विशाल हृदय के होते हैं, वो कहते हैं सारी धरती ही एक परिवार है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हमारे यहां कहा गया है ‘आत्मवत् सर्वभूतेषु’
सबको अपने जैसा मानो, किसी मेंं कोई भेद मत करो, जियो और जीने दो का मंत्र भारत में सदियों से गुंजायमान है