भारत में 200 मिलियन छात्र शेाध-कार्य में लगे
मोदी सरकार में शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की अध्यक्षता में “रोल ऑफ इंडियन डायस्पोरा फॉर एनेबलिंग ग्लोबल मोबिलिटी ऑफ इंडियन वर्क फोर्स” विषय पर विमर्श हुआ। प्रवासी भारतीय सम्मेलन में समिलित हुए केंद्रीय मंत्री प्रधान के अनुसार भारत लगातार कुशल और दक्ष बन रहा है। विश्व में सर्वाधिक कुशल युवा वर्कफोर्स भारत में है। लगभग 3.2 बिलियन भारतीय युवा विश्व के अलग-अलग देशों में कार्यरत हैं। पूर्व में भारतीयों को विदेशों में कामगार के रूप में देखा जाता था, वर्तमान में वही समुदाय कुशल कार्यबल में परिवर्तित हो गया है। दुनिया देख रही है कि विश्व की सर्वोच्च आई.टी. कम्पनियों में उच्च पदों पर भारतीय कार्यरत हैं। केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारतीय उत्पाद बेहतर गुणवत्ता एवं सस्ते मूल्य के लिए जाने जाते हैं।
हमारे देश में लगभग 200 मिलियन छात्र शेाध-कार्य और स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में स्वदेशी 5जी की शुरूआत हो गई है। भारत पहले अमेरिका से निम्नतम गुणवत्ता के अनाज आयात करता था। आज 40 देशों को अनाज का निर्यात करता है।
कार्यक्रम में सम्मिलित होने के पश्चात केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बाबा महाकाल के दर्शन हेतु उज्जैन में रहे।