मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ है इसको कभी माफ नहीं किया जाए-PM मोदी
दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मणिपुर घटना के संदर्भ में आज मीडिया के सामने आकर सरकार द्वारा घटना को संज्ञान में लेते हुए की गई कार्रवाई की बात कही और संसद में होने वाली सार्थक चर्चा की बात कही।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा मानसून सत्र में आप सभी का स्वागत है। सावन का पवित्र मास चल रहा है। सावन मास पवित्र संकल्प और पवित्र कार्यों के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है। मुझे विश्वास है कि सभी सांसद मिलकर इस सत्र का जनहित में सर्वाधिक उपयोग करेंगे। संसद और हर सांसद की जो जिम्मेवारी है, ऐसे अनेक कानूनों को बनाना और उसपर चर्चा करना बहुत आवश्यक है। चर्चा जितनी पैनी होती है उतना जनहित में दूरगामी परिणाम देने वाले अच्छे निर्णय होते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा मणिपुर की जो घटना सामने आई है वो किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है। गुनाह करने वाले कितने और कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वो अपने राज्यों में कानून व्यवस्थाओं को और मजबूत करें। खासतौर पर हमारी मातओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाए: इस देश के किसी भी कोने में, किसी के भी राज्य सरकार में राजनीति और वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था का महात्म्य और नारी का सम्मान है। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपनी पूरी शक्ती से और सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा। मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ है इसको कभी माफ नहीं किया जाएगा।
मोदी सरकार और सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद कार्यवाही मजबूती के साथ आगे बढ़ेगी क्योकि सत्ता पक्ष भी नही चाहता हैं कि संसद का यह सत्र इस तरह की घटनाओं से गूंज उठे। हालांकि सरकार कई अध्यादेश लाने की तैयारी करके पास कराने की जुगत में रहेगी। पर विपक्ष भी इस समय हमलावर दिखाई दे रहा हैं।