ED और CBI से परेशान दलों ने खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा

लगातार देश में भ्रष्टाचार को रोकने और अंकुश लगाने के लिए ईडी सीबीआई जिस प्रकार से छापे मारकर भ्रष्टाचारियों पर शिकंजा कस रही है, उससे सारे राजनीतिक दल सकते में है। क्योंकि बड़े-बड़े नेताओं को जेल की हवा खाना पड़ रही है। जिसमें लालू प्रसाद यादव, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और पूर्व में चिदंबरम जैसे बड़े नेताओं को जेल की हवा खानी पड़ी है।
सीबीआई, ईडी के दुरुपयोग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट आगामी पांच अप्रैल को सुनवाई करेगा। बता दें कि 14 राजनीतिक पार्टियों ने इसे लेकर याचिका दायर की थी। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी की प्रवष्टियों को नोटिस करते हुए याचिका पर सुनवाई के लिए पांच अप्रैल की तारीख तय की है। बता दें कि याचिका दाखिल करने वाली राजनीतिक पार्टियों में डीएमके, भारत राष्ट्र समिति, तृणमूल कांग्रेस भी शामिल हैं।
याचिका में मांग की गई है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों जैसे सीबीआई और ईडी द्वारा गिरफ्तारी के लिए गाइडलाइंस जारी करने की मांग की है। सिंघवी ने कहा कि 95 प्रतिशत मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ हैं। हम चाहते हैं कि गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के बाद के लिए गाइडलाइंस जारी की जाएं। पीठ में जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला भी शामिल थे