PM मोदी के मन की बात कार्यक्रम में आपातकाल को याद कर कांग्रेस को घेरा
दिल्ली- मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आपातकाल पर संबोधित किया और कहा भारत लोकतंत्र की जननी है। हम 25 जून को नहीं भूल सकते। जिस दिन आपातकाल लगाया गया था। यह भारत के इतिहास का एक काला काल था। लाखों लोगों ने अपनी पूरी ताकत से आपातकाल का विरोध किया। उस दौर में लोकतंत्र के समर्थकों पर इतना अत्याचार किया गया था कि आज भी मन कांप उठता है। आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हैं तो हमें ऐसे अपराधों को भी देखना चाहिए। यह युवा पीढ़ी को लोकतंत्र का अर्थ और महत्व सिखाएगा।
भारत ने संकल्प किया है 2025 तक टी.बी. मुक्त भारत बनाने का… लक्ष्य बहुत बड़ा ज़रूर है। एक समय था जब टी.बी. का पता चलने के बाद परिवार के लोग ही दूर हो जाते थे, लेकिन ये आज का समय है, जब टी.बी. के मरीज को परिवार का सदस्य बनाकर उनकी मदद की जा रही है। प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का नियंत्रण नहीं है, लेकिन आपदा प्रबंधन की जो ताकत भारत ने वर्षों में विकसित की है, वह आज मिसाल बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है प्रकृति का संरक्षण। आजकल मानसून के समय में इस दिशा में हमारी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है इसलिए आज देश ‘कैच द रेन’ जैसे सामूहिक प्रयास कर रहा है।
इसके साथ प्रधानमंत्री ने चक्रवात को लेकर भी जिम्मेदारी और पुनर्वास को लेकर भी अपनी मन की बात कही और लोगों में विश्वास जगाने का प्रयास भी किया।
PM मोदी ने रेडियो,मीडिया और सोशल मीडिया से कनेक्ट करके लोगों के बीच अपने मन की बात करके अपनी छवि काफी मजबूत की हैं जिसका नतीजा उनकी बढ़ती लोकप्रियता हैं। आज विपक्ष जरूर आलोचना करता हैं पर लोगों के बीच PM मोदी की इमेज काफी मजबूत और पकड़ वाली होती जा रही हैं।