मोदी कैबिनेट के मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भोपाल में विभिन्न कार्यक्रमों में समिलित हुए
प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल के सदस्य केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज भोपाल पधारे मीडिया से संवाद करते हुए विगत दिनों जो मोदी सरकार ने बजट संसद में पेश किया उनकी खूबियों को लेकर पत्रकार वार्ता में विषय रखा एवं प्रबुद्ध जनों के बीच बजट की खूबियों पर चर्चा की।
केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी, प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कही। नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले आठ सालों के बजट में सामान्य व्यक्ति के जीवन को बदलने की जनहितैषी योजनाओं को धरातल पर उतारने का काम किया है। केंद्र सरकार का आम बजट एक साल का विजय डॉक्यूमेंट है। आजादी के अमृत महोत्सव के इस पहले बजट के माध्यम से सरकार द्वारा देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने और विकसित अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने की आधारशिला रखी गई है।
भारत की अर्थव्यवस्था का नये प्रतिमान अर्जित करना, कुशल वित्तीय प्रबंधन का परिणाम
केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण विश्व के सभी देशों की अर्थव्यवस्था छिन्नभिन्न हो गई थी। ऐसे विपरीत समय में भी भारत की अर्थव्यवस्था को एक नये प्रतिमान अर्जित करना निश्चित तौर पर मोदी सरकार के कुशल वित्तीय प्रबंधन और देश को नई दिशा में ले जाने के प्रयासों का परिणाम है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए बजट में 10 लाख करोड़ रूपए का इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने का निर्णय लिया है, साथ ही आयकर में छूट की सीमा 5 लाख से बढ़ा 7 लाख की गई है। 10 लाख करोड़ के निवेश से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में मिडिल क्लास के जीवन को बदलने के लिए जो सुविधाएं दी गईं, उसके सकारात्मक परिणाम आज दिखाई देने लगे हैं।
गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में 66 प्रतिशत की वृद्धि की गई
शेखावत ने कहा कि वर्ष 2013-14 में जो रेल बजट 63 हजार करोड़ रूपए होता था, उसे इस वर्ष 2 लाख 40 हजार रूपए कर दिया गया है। रेल बजट की वृद्धि से निर्यात की संभावनाओं को और अधिक बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में 66 प्रतिशत की वृद्धि कर 79 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान इस बजट में किया गया है। साथ ही किसानों का भी इस बजट में खासा ध्यान रखा गया है, इस बजट में कृषि ऋण के लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रूपए किया गया है, जिससे गैर कृषि क्षेत्र पशुपालन, डेयरी, मधुमक्खी पालन व मत्स्य पालन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व में मोटे अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक देश है, साथ ही सबसे अधिक प्रकार के मिलेट का उत्पादन करने वाला दूसरा निर्यातक देश भी है। मिलेट उत्पादन को और अधिक बढ़ावा मिले, इसके लिए बजट के अंतर्गत हैदराबाद में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च की स्थापना का प्रावधान किया गया है।
40 स्कील सेंटर होंगे स्थापित, युवाओं का होगा कौशल विकास
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि देश के युवाओं को रोजगार के और अधिक अवसर मिलें, इसके लिए युवाओं को प्रशिक्षित कर भारत और दूसरे देशों की आवश्यकता की प्रतिपूर्ति के लिए देश भर में 40 स्कील सेंटर स्थापित किए जाऐंगे। साथ ही पारंपरिक रूप से जो व्यक्ति हस्तशिल्प का निर्माण करते हैं, उन्हें संबल व प्रशिक्षण देने के लिए बजट में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व का सबसे बड़ा तीसरा स्टार्टअप इको सिस्टम बना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोत्साहन के कारण भारत में स्टार्टअप की संख्या 90 हजार को पार कर चुकी है, साथ ही 106 से अधिक यूनिकार्न बन चुके हैं, जिनमें पिछले वर्ष में 3 लाख करोड़ से अधिक का निवेश हुआ है। इस बजट में स्टार्टअप को अधिक स्पेस प्रदान करने के लिए पंजीयन में छूट को एक साल बढ़ाया गया है, साथ ही एग्रीकल्चर के क्षेत्र में नये स्टार्टअप कैसे बढ़े, फूड प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग को किस प्रकार से प्रमोट किया जाये, इसके लिए भी बजट में एग्री स्टार्टअप फंड बनाने का प्रावधान किया गया है।
(लोकेन्द्र पाराशर)
प्रदेश मीडिया प्रभारी