सीएम शिवराज सिंह चौहान ने G20 के अंतर्गत #Think20 की दो दिवसीय बैठक के प्रथम सत्र का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर देश व विदेश से पधारे मंत्री, बुद्धिजीवी व विषय विशेषज्ञ, हर्ष श्रृंगला जी व सचिन चतुर्वेदी भी उपस्थित हैं।

विश्व प्रसिद्ध G20 ग्रुप की बैठक मध्यप्रदेश में प्रारंभ हुई जिसमें देश दुनिया के लोग पर्यावरण, वैश्विक चुनौतियां और उनसे जुड़े विषय विशेषज्ञ भारत की पावन भूमि पर विश्व में होने वाले विभिन्न विषयों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शिरकत करने आये हैं और मध्यप्रदेश का सौभाग्य है कि बैठक का आयोजन प्रदेश में हो रहा है, इस आयोजन में मध्य प्रदेश सरकार को मेजबानी करने का मौका मिला है।

बैठक शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने प्रतिदिन पौधरोपण कार्यक्रम में G20 ग्रुप के सदस्यों के साथ पौधरोपण किया। यूं तो मुख्यमंत्री प्रतिदिन पौधारोपण कार्यक्रम करते हैं परंतु आज इस पौधारोपण कार्यक्रम की देश दुनिया के लोगो तक पहुँच बनाने में कामयाब हुए। मुख्यमंत्री शिवराज के विचार से G20 ग्रुप के सदस्य अवगत हुए और उन्होंने भी पौधारोपण किया। निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज का यह विचार सार्थक साबित होकर विश्व में विख्यात होगा और प्रेरणा बनेगा।

G20 बैठक के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत ने हजारों वर्ष पहले कहा कि एक ही चेतना सब में है। यह चेतना केवल मनुष्य मात्र में नहीं प्राणियों में भी है। इसीलिए भारत में गो पूजा से लेकर प्रकृति पूजा तक की जाती है।

भारत ने कहा कि आत्मवत सर्वभूतेषु, अपने जैसा सबको मानो। हमारे यहां का बच्चा बच्चा कहता है कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और विश्व का कल्याण हो

मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट है। 11 टाइगर पार्क यहाँ पर हैं। कई बार तो टाइगर से हैंड सैक की स्थिति भोपाल में आती है। मैं आपसे निवेदन करता हूं कि मध्यप्रदेश की वाइल्ड लाइफ को जरूर देखें।

हमें प्रकृति का दोहन करना चाहिए, शोषण नहीं। दोहन का अर्थ है वृक्ष में फल लगे हैं, तो उन्हें तोड़ कर खाए, लेकिन यदि पेड़ ही काट दें तो यह होगा शोषण। मानवता के कल्याण के लिए प्रकृति का संरक्षण आवश्यक है

हम सभी ने भौतिक प्रगति की चाह में प्रकृति का अंधाधुन दोहन किया, जिसके कारण आज हम क्लाइमेट चेंज और ग्लोबल वार्मिंग के संकट का सामना कर रहे हैं

मध्यप्रदेश में हमने जलाभिषेक अभियान चलाया और तय किया कि गाँव का पानी गाँव में रोकेंगे, खेत का पानी खेत में रोकेंगे। जनता के सहयोग से हमने लगभग साढ़े चार लाख वॉटर बॉडीज बनाईं जो वॉटर रिचार्जिंग का काम कर रहीं हैं।

मध्यप्रदेश में हमने जनता से पौधरोपण का आव्हान किया और अंकुर पोर्टल बनाया। लगभग आठ महीने में 37 लाख लोगों ने पेड़ लगाए और फोटो अपलोड किए। साथ ही उनके रखरखाव का भी ख्याल रखा। धीरे-धीरे मध्यप्रदेश की धरती पर पौधरोपण का वातावरण बन गया।

सबके लिए जो न्यूनतम आवश्यकताएं हैं, पूरी हों। इसके लिए संघर्ष नहीं समन्वय, युद्ध नहीं, शांति। सर्ववाइल ऑफ द फिटेस्ट जंगल का कानून है। जो कमजोर है, उसको भी आगे लाने की कोशिश करो

केवल #G20 ही नहीं, दुनिया के सभी देश एक साथ आ जायें और साझा विचार करें कि कैसे सबका कल्याण हो! यह #Think20India की बैठक इस दिशा में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी, ऐसा मेरा विश्वास है।

कार्यक्रम में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, अर्थशास्त्री राजीव कुमार,सूजन चुनोये ,G20 सदस्य देश व विदेश से पधारे मंत्री, बुद्धिजीवी व विषय विशेषज्ञ, के कार्यक्रम की भव्य शुरुआत में शामिल हुए।

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