सीएम शिवराज का बड़ा आरोप: कांग्रेस ने ओबीसी वर्ग को माना वोट बैंक, नहीं दिया सम्मान
कर्नाटक। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान आज कर्नाटक के कलबुर्गी में आयोजित ओबीसी वर्ग के सम्मेलन में शामिल हुए। यहां उन्होंने ओबीसी वर्ग के लोगों को बताया कि कैसे वर्षों तक कांग्रेस ने इस वर्ग को केवल वोट बैंक माना, छल कपट किया। सीएम ने जनता से कहा कि काका कालेलकर की रिपोर्ट ओबीसी वर्ग के कल्याण के लिए थी लेकिन जवाहरलाल नेहरू ने उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कर्नाटक में सीएम बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार चल रही है। साथ ही बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने कहा था जब-जब पृथ्वी पर अन्याय और अत्याचार बढेगा तब-तब वह धरती पर आएंगे और इसीलिए जब कांग्रेस का अत्याचार बढ़ा तो जनता को बचाने पीएम मोदी आए। रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति भी मानते हैं कि नरेंद्र मोदी से अच्छा और कोई पीएम नहीं है। कर्नाटक में सीएम बोम्मई और पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने ओबीसी वर्ग के लिए काम किया लेकिन कांग्रेस ने तो केवल ओबीसी वर्ग की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया। कर्नाटक में पीएफआई को संरक्षण कांग्रेस ने दिया था आज गर्व है कि पूरे देश में पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। आतंकवादियों का पालन पोषण करने का काम सदैव कांग्रेस करती आ रही है। कार्यक्रम में सीएम बासवराज बोम्मई, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा समेत कई मंत्री, विधायक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
कांग्रेसियों के प्रपंच के कारण ही टूट रही है कांग्रेस: शिवराज
सीएम शिवराज ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा आजकल ये भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं अरे पहले जनता को यह तो बता दें कि देश को तोड़ा किसने, जवाहर लाल नेहरू ने सत्ता के लालच में भारत के टुकड़े किए थे। कांग्रेस केवल एक खानदान की पार्टी है वहां कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दी जाती। मल्लिकार्जुन खड़गे तो भोपाल में मीडिया के सामने स्वीकार चुके हैं कि उन्हें बलि का बकरा बनाया गया। जब-जब भारत को तोड़ने वाले लोग भारत जोड़ने की बात करते हैं तब-तब कांग्रेस और अधिक टूटती है।
कांग्रेस बताए उसने ओबीसी वर्ग के लिए क्या काम किया: शिवराज
कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने मंच से कांग्रेसी नेताओं को ललकारते हुए पूछा कि कांग्रेसी बताए उन्होंने ओबीसी समाज के लिए क्या किया। कांग्रेस ने सदैव ओबीसी वर्ग को वोट बैंक समझा, मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने कोई भी ओबीसी सीएम नहीं दिया जबकि बीजेपी ने तीन बार ओबीसी वर्ग के सीएम बनाएं। मोरारजी देसाई की सरकार में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने मंत्री रहते हुए ओबीसी वर्ग के लिए काम किया। बीजेपी सरकार ने मेडिकल की पढ़ाई में ओबीसी वर्ग के युवाओं को 27% आरक्षण दिया।