जानिए गोवर्धन पूजा को लेकर सीएम शिवराज ने क्यों कहा: यह केवल कर्मकांड नहीं है

- गो-संरक्षण को सामाजिक दायित्व बनाना आवश्यक है: सीएम
भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गोवर्धन पूजा के कार्यक्रम के संबंध में आज प्रातः कालीन बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा है कि प्रकृति के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के उद्देश्य से आयोजित गोवर्धन पूजा के माध्यम से हमें जन-जन को वृक्षारोपण, गो-वंश के संरक्षण और प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करना है। गोवर्धन पूजा सही अर्थों में पर्यावरण और प्रकृति की पूजा है, इसका आरंभ भगवान श्रीकृष्ण ने किया था। उन्होंने बृजवासियों से कहा था कि गोवर्धन पर्वत जंगल, घास और फल-फूल के माध्यम से लोगों और पशुओं को जीवन देता है। अत: गोवर्धन पर्वत की पूजा होनी चाहिए। गोवर्धन पूजा का अर्थ पर्यावरण की रक्षा करना है और वह जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के संकट और प्रभावों को देखते हुए गोवर्धन पूजा अधिक प्रासंगिक हो गई है।
आज सुबह 11 बजे आयोजित होने वाले गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में अधिक से अधिक किसान, पर्यावरण प्रेमी और जनसामान्य को जोड़ा जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गो-वंश की व्यवस्था के लिए गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी। सड़कों पर रह रहे गो-वंश की सुरक्षा के लिए गोवंश को गौशाला तक लाने के कार्य को सामाजिक दायित्व के रूप में निभाने के लिए हर व्यक्ति को प्रेरित किया जाएगा। वर्तमान में 1663 गौशालाएं संचालित हैं। इसके साथ ही अन्य गौशालाओं को भी सक्रिय किया जाएगा। पर्यावरण और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन आवश्यक है। वृक्षारोपण, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से भावी पीढ़ी को बचाने का उपयुक्त माध्यम है। अत: गोवर्धन पूजा के माध्यम से वृक्षारोपण, प्राकृतिक खेती और गो-वंश के संरक्षण की गतिविधियों में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाएगा। सीएम ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि गो-संवर्धन बोर्ड तथा गो-संरक्षण के लिए सक्रिय संस्थाओं को भी कार्यक्रम से जोड़ा जाए।
कार्यक्रम में सभी नगर निगमों के ग्रीन सिटी इंडेक्स की दी जाएगी जानकारी
सीएम के मुख्य आतिथ्य में कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में सुबह 11 बजे से आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मंत्री हरदीप सिंह डंग तथा इंटरनेशनल सोसायटी कृष्णा कांशियसनेस (इस्कॉन) के गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गौरांग दास विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) तथा मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सभी जिले और विकासखंड वर्चुअली सम्मिलित होंगे। कार्यक्रम में अंकुर अभियान के प्रतिभागी, ग्राम पंचायतों में प्रस्फुटन समितियों के सदस्य भी सहभागी रहेंगे। प्रदेश के 16 नगर निगमों में शहरी पार्क, शहरी वन क्षेत्र, हरित परिवहन, वायु गुणवत्ता और सौर ऊर्जा के मापदंडों में ग्रीन सिटी इण्डेक्स के संबंध में जानकारी दी जाएगी। गोवर्धन पूजा के राज्य स्तरीय कार्यक्रम से प्रदेश की सभी गौशालाएं, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि प्रशिक्षण केन्द्र, कृषि उपज मंडियां, नाबार्ड के एफपीओ, सहकारी समितियां, कृषि महाविद्यालय और विश्वविद्यालय वर्चुअली जुड़ेंगे।