बिजली चोरी रोकने सीएम शिवराज ने दिए अहम निर्देश
- बिजली के सदुपयोग के लिए अधिकारी और जनप्रतिनिधि चलाएं जन जागरूकता अभियान: सीएम
भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश वासियों को जनहितकारी योजनाओं का बेहतर तरीके से लाभ दिलाने और भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने के लिए एक्शन मोड पर बने हुए हैं। उन्होंने आज दमोह जिले की समीक्षा बैठक कर बिजली व्यवस्था, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास, एडाप्ट इन आंगनवाडी, राशन वितरण समेत विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। सीएम ने अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि बिजली चोरी रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाए, जिससे लोगों को बिजली बचाने के लिए जागरूक किया जा सके। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में जरा सी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी क्योंकि हमारा संकल्प है हर घर में नल से जल पहुंचाना।
सीएम शिवराज ने मंगलवार सुबह करीब साढ़े 7 बजे अपने निवास स्थित कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दमोह जिले की समीक्षा बैठक ली। बैठक में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, दमोह और सागर कलेक्टर एसपी, कमिश्नर समेत तमाम विभाग के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। बैठक में सीएम ने कहा कि मैं अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत करूंगा लेकिन अगर कोई गड़बड़ करेगा तो वह पाप और अपराध है प्रदेश और जनता के प्रति, ऐसे लोगों पर एक्शन लूंगा। सीएम ने कहा कि मैं जिले की समीक्षा बैठक इसलिए लेता हूं ताकि हम यहां योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन कर जनता को लाभ दिलाकर इन जिलों को सर्वश्रेष्ठ की स्थिति में ला सकें। हम जो 100 रूपए में बिजली दे रहे हैं वह 1हजार रूपए में आती है। किसानों को जो हम 5 हॉर्स पावर पर बिजली दे रहे हैं उसका लगभग 48 हजार हम सरकारी खजाने से भर रहे हैं जबकि किसानों से केवल 3750 रूपए ही लेते हैं। उन्होंने लोगों को बकाया बिजली का बिल भरने के लिए जागरुक करते हुए कहा कि ऊर्जा विभाग के पास 4530 शिकायते है जबकि 100 रुपए तो व्यक्ति महीने में मोबाइल के बिल पर खर्च कर देता है लोगों को आगे बढ़कर नॉमिनल बिजली का बिल जमा करना चाहिए। उन्होंने बिजली के ट्रांसफार्मर जलने से रोकने के लिए लोगों को अवैध रूप से तार न डालने, हीटर न चलाने के लिए जिले के तमाम अधिकारी, जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ नागरिकों के साथ जन जागरूकता अभियान चलाने पर जोर देने की बात कही।
हर घर में नल से जल पहुंचाना मेरी प्राथमिकता है: सीएम
जिले में अब तक 40% घरों में नल से जल पहुंचाया जा चुका है। सीएम ने बैठक में सागर कमिश्नर और अधिकारियों को निर्देश दिए कि कई जगह रीस्टोरेशन के काम की शिकायत आ रही है। सड़कें खराब पड़ी है उसे ठीक करें साथ ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है हर घर नल से जल पहुंचाना ये एक पुण्य का काम है इसलिए सभी अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस काम को पूरी गंभीरता से करें। जिले में अमृत सरोवर के तहत 100 में से 91 तालाब बनकर पूरे हो गए हैं। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन तालाबों के फोटो भेजिए और बाकी 9 तालाब भी जनवरी तक बनकर तैयार हो जाने चाहिए। सीएम ने आंगनवाडियों में भी राशन वितरण की जानकारी ली।
राशन वितरण में गड़बड़ी करने वालों पर त्वरित कार्रवाई करें: शिवराज
दमोह में राशन वितरण में गड़बड़ी की 198 शिकायतें अब तक प्राप्त हुई हैं इस पर नाराजगी जताते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि मेरे पास ब्लॉक हटा से शिकायत आई है कि कुछ राशन की दुकान सप्ताह में केवल 2 से 3 दिन ही खुलती है, कुछ सेल्समैन पीओएस मशीन घर बैठे ही ऑफलाइन मोड पर चला कर राशन वितरण दिखा देते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ब्लॉक तेंदूखेड़ा के ग्राम हर्रई से शिकायत मिली है कि 5-6 महीने में सेल्समैन 1 महीने का राशन तारीख बढ़ा-बढ कर चुरा रहे हैं। दमोह ब्लॉक के बिजोरी गांव में कुछ एजेंट लोगों को महीने में एक बार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत राशन देते हैं तो दूसरे माह मुख्यमंत्री योजना के तहत इस प्रकार वहां भी हर महीने राशन की चोरी हो रही है। सीएम ने सख्त लहजे में अधिकारियों से कहा कि ऐसे मामलों पर यह न सोचे कि केवल एफआईआर कराएंगे, एफआईआर के साथ-साथ ऐसे लोगों को जेल भेजो और तुरंत बर्खास्त करो।
सागर संभाग में सबसे अधिक कार्रवाई दमोह में हुई
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह शिकायत बिल्कुल भी नहीं मिलनी चाहिए कि गांव-गांव में अवैध रूप से शराब बिक रही है। उन्होंने कलेक्टर, कमिश्नर और आईजी को नशे के कारोबार से जुड़े लोगों को जड़ से नेस्तनाबूद करने के निर्देश दिए। दमोह में अब तक 1680 लोगों पर एफआईआर हो चुकी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाएं इसमें कहीं भी कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सीएम ने सख्त लहजे में अधिकारियों को चेताया कि मुझे कहीं भी यह शिकायत नहीं मिलनी चाहिए कि इस अभियान के नाम पर नशा कारोबारी से सांठगांठ करने के लिए किसी अधिकारी कर्मचारी ने पैसों का लेनदेन किया हो।