तेज बारिश में बाबा महाकाल की दशहरा सवारी में शामिल हुए सीएम शिवराज, भक्तों के साथ चले नंगे पांव
उज्जैन। मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले उज्जैन में बुधवार को बाबा महाकाल की दशहरा सवारी निकाली गई एवं दशहरा मैदान में शमी पूजन का आयोजन हुआ। इस दौरान अचानक हुई तेज बारिश में भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ। शिव भक्तों के साथ सीएम नंगे पांव उज्जैन की सडकों पर चले। बाबा महाकाल की सवारी दशहरा मैदान पहुंचने पर सीएम ने शमी वृक्ष के समीप महाकाल की पालकी की पूजा कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि उन्नति की कामना की।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार सुबह पत्नी साधना सिंह के साथ बाबा महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह बाबा महाकाल की दशहरा सवारी में शामिल हुए। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश वासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस बार की विजयादशमी कुछ अलग है। अवंतिका नगरी (उज्जैन) में महाकाल महाराज की कृपा से अद्भुत श्री महाकाल लोक बना है। यह एक ऐसा लोक है जहां लोगों को भगवान महाकाल, भगवान भोले शंकर और गौरी शंकर की समस्त लीलाएं देखने को मिलेगी। हम सब ने वर्ष 2017 में एक सपना देखा था जो अब साकार हो रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में सांस्कृतिक पुनरुत्थान का युग चल रहा है। भक्ति, श्रद्धा, आनंद से सराबोर उज्जैन में विजयादशमी के पावन अवसर पर निकली “श्री महाकाल की सवारी” की भव्यता और उत्साह बारिश से कई गुना बढ़ गई। पैदल चलते हुए हम सभी भक्त बाबा महाकाल की भक्ति में ऐसे भावविभोर हो गए कि दशहरा मैदान कब आ गया पता ही नहीं चला।
दिवाली की तरह 11 अक्टूबर को जलाएं दीपः शिवराज
सीएम शिवराज ने बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में पहले बाबा केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण हुआ, फिर भगवान काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बना और अब महाकाल महाराज का भव्य श्री महाकाल लोक बना है। इस महाकाल लोक को बाबा महाकाल को समर्पित करने के लिए पीएम मोदी 11 अक्टूबर की शाम 6 बजे उज्जैन आएंगे। सीएम ने सभी लोगों से अपील की कि वह सब उस क्षण के साक्षी बने, हालांकि इतनी बड़ी संख्या में लोग उज्जैन में नहीं समा पाएंगे इसलिए उस दिन सभी लोग अपने गांवों में, घरों, मंदिरों में दीप जलाएं और भजन कीर्तन करें।