स्वामी पुरुषोत्तमानंद की भू-समाधि का दूसरा दिन, 72 घंटे बाद लोक कल्याण की तपस्या पूरी कर निकलेंगे बाहर
भोपाल। राजधानी में शुक्रवार सुबह से ही स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज चर्चा में बने हुए हैं। 60 वर्षीय स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज ने लोक कल्याण के लिए तपस्या करने की बात कहते हुए 72 घंटे के लिए भू-समाधि ली है। हालांकि पुलिस प्रशासन ने उन्हें समाधि लेने के लिए परमिशन नहीं दी इसके बावजूद उन्होंने हठयोग दिखाते हुए भू-समाधि ली है। लोगों की भारी भीड़ को रोकने के लिए बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है।
साउथ टीटी नगर स्थित मां भद्रकाली बिजासन दरबार में स्वामी पुरुषोत्तमानंद महाराज सोनी ने शुक्रवार सुबह 10 बजे भू-समाधी ले ली है। वह 3 अक्टूबर तक विश्व कल्याण के लिए साधना करेंगे। स्वामी पुरुषोत्तमानंद की पत्नी और प्रधान सेविका चारू सोनी ने बताया कि वह पहले भी महेश्वर में जल समाधि ले चुके हैं, अग्नि स्नान कर चुके हैं। उनका कहना है कि मां भगवती से प्रेरणा लेकर स्वामी पुरुषोत्तमानंद ने भू-समाधि ली है। स्वामी पुरुषोत्तमानंद ने 5 बाय 6 के 7 फीट गहरे गड्ढे में समाधि ली है जिसे लकड़ी के पटिए और मिट्टी से ढक दिया गया है। अब वह 3 अक्टूबर को सुबह 10 बजे भू-समाधि से बाहर निकलेंगे। हालांकि अब तक भू-समाधि स्थल से पुरुषोत्तमानंद महाराज की कोई हलचल की आवाज नहीं आई है।
लगातार जारी है धार्मिक अनुष्ठान, पुलिस बल तैनात
पिछले 31 घंटे से साउथ टीटी नगर स्थित मां भद्रकाली बिजासन धाम में स्वामी पुरुषोत्तमानंद के भू-समाधि स्थल के पास ही धार्मिक अनुष्ठान चल रहा है। वहां पर उनके बेटे रूप नारायण शास्त्री भी मौजूद हैं। रूप नारायण शास्त्री ने बताया कि पुरुषोत्तानंद महाराज ने भू-समाधि लेने के लिए 10 दिन से भोजन त्याग रखा, 3 दिन से पानी भी नहीं पीया था। भू-समाधि स्थल पर भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है।