PFI कार्यकर्ताओं के टारगेट पर थे केरल बीजेपी-आरएसएस के नेता, मॉर्निंग वॉक ग्रुप बनाकर करते थे युवाओं का ब्रेनवाश
दिल्ली। गुरुवार को पीएफआई सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी में मिले डिजिटल सबूतों से चौकाने वाला खुलासा हुआ है। डिजिटल सबूतों की जांच में एनआईए को पता चला है कि पीएफआई के निशाने पर केरल बीजेपी और आरएसएस के कई नेता थे। साथ ही यह भी खुलासा हुआ है कि पीएफआई संगठन आईएस जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन के लिए मुस्लिम युवाओं की भर्ती में भी जुटा था। वहीं इंदौर-उज्जैन से पकड़े गए पीएफआई कार्यकर्ता मॉर्निंग वॉक ग्रुप बनाकर युवाओं का ब्रेनवाश करते थे और कट्टरपंथी विचारधारा का प्रचार प्रसार कर रहे थे। यह लोग अधिकांश गरीब और आदिवासी वर्ग के युवाओं को बरगलाने का प्रयास करते थे।
सूत्रों के अनुसार एनआईए और ईडी द्वारा संयुक्त रूप से दी गई दबिश में पकड़े गए पीएफआई कार्यकर्ताओं के पास से मिली पेनड्राइव, मेमोरी कार्ड की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं। पीएफआई के पास केरल के हर बीजेपी, आरएसएस नेता के नाम, फोटो, स्कैच तथा घर-मोहल्ले के नक्शे हैं। यहां तक की इन लोगों ने बीजेपी और आरएसएस नेताओं के घरों तक आने-जाने का आसान रास्ता तैयार कर रखा था। यह जानकारी संगठन के सदस्य से बरामद पेन ड्राइव से मिली। जांच में सामने आया है कि केरल से पकड़े गए एक पीएफआई नेता ने पूर्व में आरएसएस नेता की हत्या की थी। एनआईए की टीम द्वारा इस एंगल पर जांच की जा रही है कि इन लोगों को किनके द्वारा फंडिंग की जा रही थी।
पीएम मोदी की यात्रा में गड़बड़ी की साजिश के बाद से रडार पर थे
11 जुलाई को बिहार के फुलवारी शरीफ थाना पुलिस को सूचना मिली थी पीएम मोदी के प्रस्तावित पटना यात्रा के दौरान कुछ लोग गड़बड़ करने वाले हैं। अहमद पैलेस पर दबिश देकर कुछ संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। जिनके पास से मिले दस्तावेजों से खुलासा हुआ था कि आरोपी 2047 तक भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने का सपना देख रहे थे। तब से ही एनआईए की टीम पीएफआई के कार्यकर्ताओं पर नजर बनाए हुए थी।
7 दिन की रिमांड पर सौंपे गए पीएफआई कार्यकर्ता
मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन से पकडे गए पीएफआई के चार सदस्य अब्दुल करीम बेकरीवाला, अब्दुल खालिद, मोहम्मद जावेद और जमील शेख को शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा में भोपाल एनआईए की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने चारों को 30 सितंबर तक की रिमांड पर एनआईए को सौंप दिया है। एनआईए की टीम द्वारा अब चारों पीएफआई कार्यकर्ताओं से एमपी में सक्रिय उनके नेटवर्क के बारे में पूछताछ करेगी।