कांग्रेस की सरकारों ने केवल एक परिवार का नाम लिया, पीएम मोदी ने हर स्वतंत्रता सेनानी को सम्मान दिया: शिवराज
जबलपुर। राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह का बलिदान दिवस रविवार को जबलपुर के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में मनाया गया। कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, सीएम शिवराज सिंह चौहान, राज्यपाल मंगू भाई पटेल, वन मंत्री विजय शाह समेत कई नेता मौजूद है। सीएम ने लोगों को बताया कि किस तरीके से कांग्रेस की सरकारों ने केवल कुछ स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का नाम लिया उसमें भी अधिकांश एक ही परिवार के लोग हुआ करते थे लेकिन पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिलाने वाले हर सेनानी का स्मारक बनाने का निर्णय लिया ताकि आने वाली पीढ़ी उन स्वतंत्रता सेनानियों को याद रख सके। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हर वर्ष 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस धूमधाम से मनाने और उस दिन सार्वजनिक अवकाश रहने की घोषणा की।
कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह के बलिदान को आज पूरा प्रदेश याद कर रहा है। पीएम मोदी ने तय किया है कि हर एक स्वतंत्रता सेनानी का बलिदान दिवस हो या जन्म दिवस धूमधाम से मनाया जाए ताकि आज की पीढ़ी उनके बलिदान को याद रख सके। मध्य प्रदेश की धरती पर राजा शंकर शाह, रघुनाथ शाह, टंट्या भील, भीमा नायक, बिरसा मुंडा जितने भी जनजाति नायक हुए उनके स्मारक अगर किसी ने बनवाए तो वह बीजेपी सरकार ने बनवाए। कांग्रेस ने तो केवल एक खानदान का नाम लेने का काम किया था। सीएम ने लोगों को याद दिलाया कि पिछले साल हमने तय किया था कि छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकर शाह के नाम पर रखा जाएगा और वह हमने करके दिखाया।
आदिवासियों से बेवजह ब्याज नहीं वसूल सकेंगे सूदखोर
सीएम ने बताया कि गरीब आदिवासियों को जब पैसे की जरूरत होती थी तो वह कुछ सूदखोरों के कर्ज लेते थे और सूदखोर उन लोगों को ऊंची ब्याज दर्ज पर कर्जा देते थे। हमने तय किया है कि अगर किसी ने नियम विरुद्ध बिना लाइसेंस के निर्धारित ब्याज की दरों से ऊपर किसी गरीब आदिवासी भाई को कर्जा दिया तो वाह कर्जा माफ कर दिया जाएगा।सूदखोर वह कर्जा वसूल नहीं पाएगा इसे विधानसभा में लाकर हमने कानून बनाने का काम किया है। हमारी सरकार आदिवासी भाई बहनों के साथ सदैव खड़ी है। पेसा एक्ट के बारे में हमने विचार-विमर्श कर लिया है आदिवासी प्रकोष्ठ समीक्षा कर रहा है इसी साल यह कानून मध्य प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।
पीएम मोदी कर रहे सामाजिक परिवर्तन: सीएम
सीएम शिवराज ने कहा हमने आदिवासी समाज के कल्याण के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और हमारे राज्यपाल भी आदिवासी समाज से आते हैं। वन ग्रामों में आदिवासी समाज के लोगों को कोई सुविधा नहीं मिलती थी इसलिए हमने 827 वन ग्रामों को राजस्व गांव बना दिया है। अब तेंदूपत्ता तोड़ने के काम से वन विभाग का कोई संबंध नहीं रहेगा यह काम पंचायतें करेंगी। 20 जिले के 89 आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक में मुख्यमंत्री राशन आपके गांव योजना के तहत आदिवासी भाइयों को गाड़ियों द्वारा राशन पहुंचाया जा रहा है, परिवहन का काम पहले ठेकेदार करते लेकिन अब वह कम हमारे आदिवासी परिवार के बच्चे करेंगे।