बाढ़ प्रभावित विदिशा जिले के लिए सीएम शिवराज ने की 11 करोड सवा 3 लाख की राहत राशि वितरित

- सीएम ने अधिकारियों से कहा: जब तक लोगों के घर नहीं बन जाते उनके रहने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करें
भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले दिनों अतिवृष्टि के कारण बने बाढ़ के हालात से सबसे ज्यादा प्रभावित विदिशा जिला रहा। विदिशा में अतिवृष्टि से कई मकान ढह गए। शिवराज सरकार ने बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए बोट के साथ ही सेना के हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली थी। विदिशा जिले के 534 गांवों के 14419 लोग बाढ़ प्रभावित हैं।
मंगलवार सुबह सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सीएस , एसीएस की मौजूदगी में सिंगल क्लिक के माध्यम से विदिशा में क्षतिग्रस्त हुए मकानों एवं घरेलू सामग्री की क्षतिपूर्ति के लिए 11 करोड 3 लाख 15 हजार रूपए वितरित किए। सीएम शिवराज ने कहा कि मैं इसके लिए बधाई देना चाहता हूं कि इतनी भीषण बाढ़ में भी हमारे साथियों की तत्परता और कर्तव्यनिष्ठा के कारण स्थिति पूरी तरह नियंत्रित रही कोई जनहानि नहीं हुई। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में मदद करने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड, जिला प्रशासन, पुलिसकर्मियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा दिन-रात जुटे रहने की सराहना की। उन्होंने अधिकारियों को क्षति का आंकलन करने के साथ-साथ मलवा हटवाने, दवाई का छिड़काव करवाने और इलाज के लिए शिविर लगाने पर जोर दिया।
युद्ध स्तर पर बनाए जाए मकान: सीएम
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअली जुड़े अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से सीएम शिवराज ने कहा बाढ़ के कारण लोगों के मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए, बह गए उन लोगों का राहत राशि से काम नहीं चलेगा। हमें यह भी पता है मकान आज नहीं बन सकते, मकान बनने में 6 से 8 महीने लगेंगे तब तक इन लोगों के रहने के लिए अस्थाई व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मकान बनाने में सहयोग करने की भी अपील की।