इंदौर जेल में बंद शातिर ठग ने सेनेटरी पैड में छुपा रखा था मोबाइल, अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त प्रहरी ने जेल में पहुंचाया था मोबाइल
इंदौर। अपना हाई प्रोफाइल लिविंग स्टैंडर्ड दिखाकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाली आरोपी महिला ठग का इंदौर जेल में भी दबदबा कम नहीं हो रहा। शुक्रवार रात जेल अधिकारियों द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में पुलिस को उसके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ। वस इस कदर शातिर है कि उसने पुलिस से बचने सेनेटरी पैड में मोबाइल छुपा रखा था।
पुलिस के मुताबिक लेडी ठग पायल सैमुअल उर्फ हसीना मूलत: मंडीदीप, रायसेन की रहने वाली है। वर्ष 2018 में हसीना ने एक मल्टीनेशनल कंपनी की मालकिन बनकर भोपाल के टीटी नगर से मोबाइल कारोबारी धीरज जैन से 50 लाख रुपए के मोबाइल खरीदे और उसके एवज में 21 लाख रूपए का फर्जी चेक दिया था। मार्च 2018 में हसीना ने मुंबई कि एक मल्टीनेशनल इवेंट कंपनी की सीईओ बनकर विजय मार्केट बीएचईएल में ज्वेलरी शॉप संचालित करने वाले अजय अग्रवाल को 10-10 ग्राम के 50 सोने के सिक्के का आर्डर दिया, इस बीच वह 14 सोने के सिक्के लेकर फरार हो गई। 2018 में उसने लंदन के अंग्रेजी चैनल की वॉइस प्रेसिडेंट बन कर दिल्ली में टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसी चलाने वाले रवि पटेल को 50 करोड रुपए का ठेका दिलाने के नाम पर 30 लाख रूपए ऐंठ लिए थे। उसके खिलाफ सीधे पीएम कार्यालय में शिकायत की गई थी जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। अब इंदौर जेल में हसीना को मोबाइल देने वाली जेल प्रहरी पर विभागीय कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
फर्राटे दार अंग्रेजी बोल कर जेल में दिखाती थी रौब
पायल उर्फ हसीना ने भोपाल स्थित मैनिट में बीटेक की पढ़ाई के लिए एडमिशन लिया था लेकिन फाइनल ईयर में उसने पढ़ाई छोड़ दी। उसके बाद उसने कुछ समय तक मीडिया हाउस में जॉब की और फिर एक एनआरआई से शादी भी की थी। जेल में वह फर्राटे दार अंग्रेजी बोल कर कैदियों और प्रहरी पर रौब दिखाया करती थी। उसने बीमारी का बहाना बनाकर जेल में ओट्स और ब्रेड मंगवाना शुरू कर दिया, पानी भी बिस्लरी का पीती थी। अब उसके पास से सेनेटरी पैड से मोबाइल मिलने के बाद से जेल में उसकी निगरानी और बढ़ा दी गई है।