निर्वाध बिजली सप्लाई सुनिश्चित करने शिवराज सरकार का नया प्लान, अब 10 हजार मेगावाट से अधिक बिजली के टॉवर की ड्रोन से मॉनिटरिंग होगी
भोपाल। मध्यप्रदेश में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए शिवराज सरकार नित नए-नए नवाचार कर रही है। इन्हीं की प्रोग्रेस जानने के लिए सीएम शिवराज ने आज मंत्रालय में समीक्षा बैठक ली।ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर परियोजना का काम पूरा होने पर सीएम ने अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि काम की गुणवत्ता लगातार चेक करते रहें क्योंकि हम थर्मल एनर्जी के बिना नहीं चल सकते।
मंत्रालय में आयोजित बैठक में मंत्री हरदीप सिंह डंग समेत सभी आला अधिकारी मौजूद रहे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कहा कि हमारा रोडमैप क्लियर होना चाहिए कि सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली हो। हाइड्रो पावर की सप्लाई बेहतर तरीके से सुनिश्चित हो, इसका रोडमैप बनाए। वर्ष 2022-23 में विगत वर्ष की तुलना में हानियों में 51% कमी आई है। अब हम 10 हजार से ज्यादा बिजली के टॉवर की मॉनिटरिंग ड्रोन के माध्यम से करेंगे। उपभोक्ताओं की संतुष्टि का प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रयास करें। हमें सोलर एनर्जी की ब्रांडिंग पर भी काम करना चाहिए।
सरकारी आवासों और कार्यालयों में भी करें बिजली की बचत: सीएम
सीएम शिवराज ने बताया कि हम 23 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी दे रहे हैं। बाढ़ के दौरान निचले अमले ने बहुत अच्छा काम किया। सरकारी आवासों और कार्यालयों में बिजली की बचत हो, ऊर्जा साक्षरता अभियान वहां भी चले। ऊर्जा साक्षरता मिशन को बढ़ावा दें और साँची सोलर सिटी परियोजना पर तेजी से काम करें। आगर, शाजापुर, नीमच सौर परियोजना, ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का काम समय पर पूर्ण हो, यह सुनिश्चित करें।