अधिकारियों को सीएम शिवराज के स्पष्ट निर्देश: राहत के काम तब तक चलेंगे जब तक लोगों के रहने लायक घर नहीं हो जाते
- घरों, फसलों और सामान के नुकसान का आंकलन करेगी शिवराज सरकार
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने एक बार फिर अपनी प्राथमिकता बताई है। लोगों की जिंदगी बचाने को शिवराज सरकार ने अपनी पहली प्राथमिकता बताया है। सीएम शिवराज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत के कार्य तब तक चले जब तक लोगों के रहने लायक घर नहीं हो जाते उनके चाय, नाश्ते, भोजन आदि का पूरा इंतजाम किया जाए।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भिंड, मुरैना और श्योपुर में पानी अभी थोड़ा बढ़ रहा है लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। बाकी इलाकों में बाढ़ का पानी उतर रहा है, चंबल में बढ़ते हुए जल स्तर पर हम पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं। निचले स्थान पर जो लोग थे उनको हम वहां से हटाकर राहत शिविरों में लेकर आ गए हैं। आज संभावना है कि दोपहर में मुरैना और शाम से भिंड में भी चंबल का पानी गिरना शुरू हो जाएगा लेकिन हम पूरी तरह से सावधान हैं। लोगों की जिंदगी बचाना हमारी प्राथमिकता है, इसलिए सब गांवों से जहां पानी घुस सकता था वहां से लोगों को हमने बाहर निकाल लिया है।
जनता की जान बचाने 24 घंटे तैनात है रेस्क्यू टीम
सीएम शिवराज ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए हमारी एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, होमगार्ड के जवान, पुलिस बल प्रशासन 24 घंटे तैनात है। उसके साथ-साथ हमने सेना के हेलीकॉप्टर भी रखे हुए हैं, जरूरत पड़ी तो हम रेस्क्यू करेंगे। अब अतिवृष्टि वाले जिलों में युद्ध स्तर पर सफाई की जाए, दवाइयों का छिड़काव हो ताकि बीमारियां ना फैले, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति, बिजली सप्लाई बहाल करना है।