CCTV में कैद हुई “आया की ऐसी करतूत” कि देखकर हर कोई हुआ दंग
जबलपुर में एक ऐसी चौकानें वाली घटना सामने आई है, यहाँ कामकाजी दम्पत्ति ने अपने दो साल के मासूम बच्चे की देखभाल के लिए आया को रखा लेकिन आया ने बच्चे के साथ ऐसी करतूत की देखकर दिल सहम जाए, यह पूरा वाकया सीसीटीवी में कैद हो गया जिसके बाद नौकरानी का यह कृत्य सामने आने के बाद यह खबर उन लोगों को चेताने वाली है जो अपने बच्चों को आया के भरोसे छोड़ते है।
पूरा मामला
ये पूरी घटना जबलपुर के माढ़ोताल के स्टार सिटी फेस-4 करमेता में रहने वाले मुकेश विश्वकर्मा के घर की है, मुकेश बिजली विभाग में कनिष्ठ अभियंता हैं और उनकी पत्नी भी जिला न्यायालय में सेवारत हैं। उनका दो साल का एक बेटा मानविक है। जबकि मुकेश के पिता लकवाग्रस्त और बहन मनोरोगी है। उन दोनों की देखभाल उसकी मां करती हैं, इसलिए वे बच्चे की ठीक से देखभाल नहीं कर पाती थी। इसी के चलते मुकेेश विश्वकर्मा ने बच्चे की देखभाल के लिए उसने चमन नगर माढ़ोताल निवासी रजनी चौधरी नामक महिला को आया के रूप में काम पर रखा था। रजनी को इस काम की एवज में 5000 रुपये महीने दिए जाते थे। बीते एक महीने से मुकेश की मां गोटेगांव के पास स्थित पिपरिया-नोन गई हुई हैं। लिहाजा सुबह 10 बजे से शाम को विश्वकर्मा दम्पति के लौटने तक घर में रजनी का एकछत्र राज रहा। अचानक कुछ दिनों पहले मुकेश ने देखा की उनका बेटा एकदम से शांत रहने लगा है और डरा सहमा भी, उन्हे लगा कि शायद बच्चा नौकरानी के साथ खुश नहीं है, इसी बीच मुकेश ने बेटे को डाक्टर को दिखाया, डाक्टर ने भी बताया कि बच्चा डरा हुआ है, शक होने पर जब मुकेश ने घर में लगे CCTV कैमरे की रिकॉर्डिंग चेक की तो वीडियो देखकर दंग रह गया, रजनी न सिर्फ उनके बेटे को बुरी तरह पीटती थी बल्कि उसके बाल पकड़कर घसीटती भी थी।
मुकेश के मुताबिक रजनी ने उसके दो साल के बेटे को जबर्दस्त तरीके से प्रताड़ित किया। उसके साथ बेरहमी पूर्वक मारपीट की गई। उसका गला दबाकर धमकाया गया। उसके हिस्से की खाद्य सामग्री भी रजनी ही चट कर जाती। ऐसी अमानवीय यातना के चलते दो साल का मानविक अवसाद ग्रस्त और बीमार होने लगा। इस घटना के बाद रजनी को काम से निकाल दिया गया लेकिन रजनी ने मुकेश और उसके परिवार को धमकी दी की अगर उन्होंने उसे काम से निकाला तो वह उन सबको एससी एसटी एक्ट में फंसा देंगी, जिसके बाद मुकेश खुद पुलिस के पास पहुंचा और रजनी की करतूत सबूतों के साथ थाने में बताई, जिसके बाद रजनी के ऊपर पुलिस ने हत्या का प्रयास, जान से मारने की धमकी सहित बालकों की देखरेख एवं संरक्षण अधिनियम की धारा 75 के तहत रजनी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। रजनी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।